गिरिजेश वशिष्ठ-
काफी काम हुआ है 18-18 घंटे खटकर. मिडिल क्लास पर मार सबसे ज्यादा. सबसे ज्यादा थर्ड एसी वालों को सुविधाएं दी गई हैं. भक्त कहते हैं ना कि सुविधाएं चाहिए तो भुगतान करना ही पड़ेगा.

आशीष सागर दीक्षित-
फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन मे थर्ड एसी का किराया बनाम रोडवेज बसों का टिकट! कानपुर से लखनऊ एसी बस का किराया 257 रुपया , कुल दूरी 90 किलोमीटर है। वहीं फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन मे थर्ड एसी का किराया इतनी ही दूरी का 1100 रुपया है। लखनऊ से प्रतापगढ़ (165 किमी ) रोडवेज बस से 470 रुपया टिकट है। वहीं स्पेशल ट्रेन थर्ड एसी टिकट 1490 रुपये व हरदोई (130 किमी) रोडवेज बस से 371 रुपया है। जबकि स्पेशल ट्रेन थर्ड एसी का टिकट 1050 रुपया है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली, सूरत, दमन, अहमदाबाद, मुंबई आदि से मध्यम व मजदूर तबके के बाशिंदों को विशेष पर्व दीपावली / छठ पूजा मे अपने घर व राज्य मसलन पूर्वांचल, बिहार आने वालों की यात्रा हेतु इंतजाम करते हुए रेलवे की तरफ से शुभमंगल कामनायें प्रेषित है। देशहित मे इतना त्याग तो कर ही सकते है।

विजय शंकर सिंह-
रेलवे के अनुसार 95.3% रेलयात्री जनरल/नान एसी स्लीपर कोच में सफ़र करते हैं और कुल 4.7% यात्री एसी कोचों में सफ़र करने की हैसियत रखते हैं।
लेकिन रेलवे ने इस वर्ष 2765 3AC coaches बढ़ाने का फ़ैसला किया है, जबकि sleeper coaches केवल 138.
रेल की प्राथमिकता में सामान्य यात्री कहां हैं?

