लोकसभा टीवी के एंकर अनुराग दीक्षित के भाई को बुलंदशहर में शिक्षक बनाने के मामले में नया मोड़ तब आ गया जब बीएसए ने अपनी जांच रिपोर्ट में नियुक्ति को वैध बताया. पत्रकार अनुराग दीक्षित से जुड़े लोगों का कहना है कि उनके भाई की शिक्षक के पद पर नियुक्ति के मामले में पत्रकार का कोई लेनादेना नहीं है लेकिन कुछ निहित स्वार्थी तत्व बदनीयती से बदनाम करने के लिए दुष्प्रचार करने में जुटे हुए हैं. बुलंदशहर जिले के कुछ भ्रष्ट लोगों के विरोध के कारण पत्रकार और उनके परिजनों को बदनाम किया जा रहा है.