संदीप राजवाड़े-
13 साल 1 महीना 24 दिन….रायपुर मेरी कर्म भूमि…मेरी पहचान भूमि…. अब अगला कुछ समय दैनिक भास्कर डॉट कॉम में भोपाल हेड ऑफिस। यहां प्रमोट होकर मध्य प्रदेश में इन्वेस्टीगेशन न्यूज़ की जिम्मेदारी संभालना हैं।
रायपुर में 14 सितंबर 2008 नईदुनिया से मेरा सफर शुरू हुआ। कुछ दिन फ्रंट पेज संभालने के बाद रवि भोई सर ने राजधानी में क्राइम- जेल व रेलवे रिपोर्टर का जिम्मा दिया। भोई सर द्वारा दी गई जिम्मेदारी व विश्वास से ही मैं इस पेशे में अब तक जो बड़े मुकाम हासिल कर पाया, उसका बड़ा श्रेय उन्हें ही जाता है। यहाँ से ही पारिवारिक जुड़ाव वाले पराग भैया, बसंत भाई व छोटे भाई खिलेश्वर रक्सेल मिले। यहाँ अरुण उपाध्याय सर, संजय चंदेल सर, जैन सर, वर्मा जी, द्विवेदी जी, वेणुगोपाल जी, अनुज भैया, प्रशान्त दुबे भैया, संजीत भैया, पीलू भैया, आशुतोष, बसंत, सतीश साहू, विनय शर्मा जी, विनय घाटगे भैया, त्रिलोचन, विनीता मण्डल, स्वदेश, शिव साहू, भोलाराम भैया, संजय भैया, चिंतन, महिमा, सतीश पांडे जी, समेत अन्य साथी मिले व बहुत कुछ सीखने को मिला व अभी भी जुड़ाव है।
पौने दो साल बाद दैनिक भास्कर में डीबी स्टार की पारी के साथ धमाकेदार शुरुआत हुई। राजीव सिंह सर, विजय सिंह चौहान सर व श्याम सिंह तोमर सर के साथ गजब का यह सफर रहा। यहाँ प्रशांत गुप्ता की तरह भाई जैसा दोस्त मिला। जनकपुर के छोटे भाई ज्ञानू को भी भोपाल से बुलाया और साथ हो लिए। दिलीप जायसवाल, विनय वर्मा, वरुण झा, घनश्याम, कामरान, देवेंद्र गोस्वामी, हेमंत, विनीत पांडे व श्रवण यदु जैसे साथी के साथ काम का अलग मजा था। पीएमटी पर्चा लीक कांड, नसबंदी कांड, फर्जी सर्टीफिकेट स्टिंग, मेडिकल बोर्ड फ़र्ज़ी सर्टिफिकेट कांड जैसे सैकड़ों खुलासे, स्टिंग उस दौरान किए।
इसके बाद आनंद पांडे सर व दीपेश भाई डीबी स्टार से मेन भास्कर टीम में ले आए। यहाँ अगले कुछ दिन बाद स्टेट एडिटर राजेश उपाध्याय सर के साथ काम करने का मौका मिला। नो पॉलिथीन कैम्पेन शानदार रहा। इसके बाद स्टेट एडिटर शिव दुबे सर के साथ सबसे लंबा व शानदार ग्रूमिंग काम वाला समय रहा। छत्तीसगढ़ से बाहर देशभर में स्टोरी छपना व उनके विश्वास- काम की आज़ादी से यह कर पाया। यहां नवाब सर से काम को लेकर जुनून व खबरों को जीना सीखा। निजाम भैया का प्रोफेशनल सहयोग के साथ पारिवारिक जुड़ाव व साथ। राव सर, जॉन सर, निकष जी से बेझिझक अपनी बात रखना व सीखना। रायपुर भास्कर में 11 साल 3 महीने 15 दिन रहा। शारदा दत्त त्रिपाठी जी अंकल, राकेश भैया, कौशल भाई, ठाकुरराम, असगर भाई, अमिताभ बाबू, भुप्पू सेठ, छोटा भाई प्रमोद साहू, सुधीर सागर, अमनेश, सुधीर उपाध्याय, गोविंद पटेल जी, अरविंद पांडेय भैया, शेखर झा, तन्मय बाबू, अनुराग, मनीष, लक्ष्मी मैम, लवकुश बाबू, डोंगरे जी, प्रवीण देवांगन, तरुण, आकाश, गौरव, धनेश भाई, सतीश चंद्राकर, सुमय बाबू, देवेंद्र, प्रवीण खण्डूरी, शुक्ला जी, वीरेंद्र शुक्ला जी, रोमेश, मनोज व्यास, परीक्षित भाई, ठाकरे जी, हर्ष पांडे भैया, यशवंत जी, गोविंद पटेल जी, बब्बू भैया, विनोद बाबू, विजय जी, नीरज बाबू, धर्मेंद्र, लक्ष्मी यादव जी, यूनुस भाई, साहू जी, लक्ष्मी ध्रुव, संजय सिन्हा, सागर, संतोष, अभिषेक, सुमन पांडे, मोहनीश, कुम्हारी नरेश अनूप सिंह, एमपी सिंह जी, अग्रवाल जी अकाउंट वाले, मंडल दादा, तामेश बाबू, पतवार जी, रजनीश बाबु, देवेश सिंह सर, हीरेन्द्र भाई, यशपाल भाई समेत सभी भास्कर के साथी से जुड़ाव है। उनसे बहुत कुछ सीखा।
इसके अलावा डॉ विवेक चौधरी सर, काबरा सर, आईपीएस अमित कुमार सर, आईपीएस ब्रदीनाथ मीणा सर, आज़ाद शत्रु सर, शशि मोहन सर, आईएच खान सर, मनीषा ठाकुर मैम, रमाकांत साहू जी, राजीव लोचन श्रीवास्तव जी, श्याम भाई, मनोज पांडे जी, चेतन गिरधर जी, अशोक बिष्ट जी, फणीश बाबू, आशीष पांडेय भैया, डॉ अब्बास नकवी सर, डॉ आशुतोष गुप्ता जी, डॉ मढ़रिया, डॉ नेताम जी, डॉ ओपी सुंदरानी जी, डॉ दिनेश मिश्रा जी, युवराज खेमका जी, रेड क्रास इंचार्ज डॉ बघेल जी, सिटी ब्लड बैंक वाले डॉ लांजेवार जी, डॉ शिप्रा मैम, राय सर, डॉ देवेंद्र नायक जी, डॉ राम जी, आत्मबोध अग्रवाल जी, हेमंत शर्मा जी, मोती जैन जी, दोस्त शुभ्रा ठाकुर, चेतन ठक्कर मोटा भाई, चुन्नी लाल शर्मा जी, कार्टूनिस्ट सागर जी, साधना न्यूज़ के साथी राजीव गांधी भाई, अजित परमार भैया, सुखनंदन राठौर जी, निगम के एसई शिबू पटेलजी, राजेश चौधरी जी, सतीश गहरवार भैया, क्राइम ब्रांच वाला हिमांशु राठौर, महेंद्र राजपूत, प्रदीप पटेल, क्राइम पटवारी सचिन श्रीवास्तव भाई, सुकांत राजपूत भैया, मनीष बाघ, महेश राव बाबू, पुलिस वाले पटेल बाबू, मेरे 13 साल से जुड़े रहे सैलून वाले रोहित भाई, 10 साल से जुड़ा हुआ इलेक्ट्रिशियन गौतम बाबू, बम्बइया वड़ा पाव वाले अंकल जी, निशिद, आन्या की सरस्वती बुआ, संतोष भैया पुलिसवाले, कुरुविला जी, एएसआई राकेश तिवारी जी, कलीम भाई, रामकृष्ण बेकरी वाले दिनेश जी, कल्लू बाबा, सोनकर सर, रोहन जैन भाई, डार्विन, त्रिलोक, लकी भैया, कमल पुरोहित भाई, अंकित शुक्ला, नीरज चावड़ा भैया, जनकपुर का मेरा बचपन का दोस्त नीशू समेत अन्य सभी का जो रायपुर के दौरान मेरे से जुड़े रहे। इन सभी का मैं जीवनभर ऋणी हूं। पत्रकार साथी अमित बाघ, दीपक, प्रफुल्ल, विजय मिश्रा भैया, हेमराज, भिलाई स्टार यशवंत साहू, अमित, राजीव दास भैया, डॉन अभिषेक भैया, आशीष तिवारी भाई, दामू भाई, योगेश वैष्णव, हीरा मानिकपुरी, सुदीप त्रिपाठी, राजेश मिश्रा भैया, शिरीष सर, कैमरामैन सन्तोष बाबू, परवेज भाई समेत जिनका नाम नहीं लिख पाया। पार्श्व विहार के डागा जी, गुप्ता जी, उपाध्याय जी, घोष दादा, गप्पू भाई, राठी जी, राज जी, ज्योति जी, सुधीर भाई, वर्मा मैडम, नितेश, तिवारी जी, वीना, मिश्रा भाभी जी का हमेशा साथ रहा। इसके अलावा भास्कर के हर साथी गुड्डू, होमेन्द्र समेत हर दोस्त व सहकर्मी का आभार। अविनाश कैपिटल होम्स 2 के साथी। इन सभी से हमेशा जुड़ाव रहेगा।
भोपाल में नई पारी के साथ रायपुर आना जाना भी चलता रहेगा। वह शहर मेरा घर है। अभी आन्या, आरती व माँ वहीं रहेंगे। वापस कुछ बनकर बड़ी जिम्मेदारी के साथ वहीं लौटूंगा।
रायपुर में कई साथियों व परिचितों ने मेरा नाम व नंबर हेल्पलाइन के तौर पर सेव कर रखा है। ये मेरे लिए उपलब्धि है, रात 2 बजे भी जरूरत पड़े या कुछ भी लगे तो जरूर याद करिएगा, मैं हमेशा उपलब्ध हूं।
रायपुर में जो मैं पाया वह अनमोल है, मेरा काम, मेरे संबंध और दर्शन आंटी- मिश्रा जी जैसे बड़े भाई के परिवार का साथ। ऊपर वाले की कृपा ऐसे ही सभी पर बनी रहे। जनकपुर सरकारी स्कूल का लड़का, मोना मासी (गीता मैडम) की मार- डांट व सीख, माँ के त्याग, पापा के विश्वास, जीवनसाथी के साथ रिंशु, लाला- रितेश की तरह मिले भाई, बूटी मासी का आशीर्वाद, पप्पू दीदी की संगत व अपनों की शुभकामनाओं से यहाँ तक पहुंचा हूं। सबको प्रणाम।
संदीप FB