मनीष दुबे-
उधर चुनाव इधर IPL क्रिकेट दोनों शबाब पर हैं. एक तरफ घंटों के हिसाब से बहकते प्रधानमंत्री हैं तो दूसरी तरफ कल आईपीएल में लखनऊ टीम का धन्नासेठ मालिक संजीव गोयनका पागल हो गया सा लग रहा है. उसकी बेहुदगी का वीडियो वायरल है, जिसपर गालियां पड़ रही हैं.
प्रधानमंत्री की तो लोगों को आदत पड़ गई है, लेकिन इस वायरल वीडियो में लखनऊ सुपर जाएंट्स (LSG) का धनपशु मालिक संजीव गोयनका टीम के मैच हारते ही बेकाबू हो गया. यह पहली बार है, जब क्रिकेट के सभी नियम-कायदों की बत्ती बनाकर टीम का मालिक अपने कप्तान से पिल पड़ा हो.
क्रिकेट के इतिहास में शायद ही देश के खिलाड़ियों के साथ इस तरह का व्यवहार किसी ने किया हो जैसा कल संजीव गोयनका ने किया. गोयनका ने केएल राहुल के साथ बेहुदगी, बदतमीजी की सभी सीमाओं को लांघ दिया. मैच कवर करने वाले कैमरे इन दोनों की कवरेज करने को मजबूर हो गए.
बहरहाल, सुनने में आया है कि इस वीडियो के वायरल होने के बाद लखनऊ टीम के लाखों फैंस गोयनका से खफा हैं. इंटरनेट पर गोयनका के लिए उल्टी-पुल्टी कमेंट्स आ रहे हैं. कुल मिलाकर गोयनका ने अपनी हरकतों से अपने संस्कारों का नाम भी मिट्टी में मिला दिया. वो एक विलेन के तौर पर देखा जा रहा है. लोग तो यह भी कह रहे हैं कि यह वही गोयनका है जो अपने कर्मचारियों को मोदी को वोट देने की अपील कर रहा था.
बता दें कि यही गोयनका है जिसने बीती 20 अप्रैल को चेन्नई सुपर किंग्स के अगेंस्ट मैच जीतने के बाद अपनी टीम की शान में कसीदे गढ़े थे, तो फिर आज क्या हुआ जो एक मैच हारने के बाद गोयनका फैल गया?
सही मायनो में देखें तो इस तरह के छिछले धन्नासेठ सिर्फ माल बनाना जानते हैं, इनके लिए भावनाएं कुछ मायने नहीं रखती. चाहें वो व्यापार हो या फिर मैदान, इन्हें बस जीतना ही जीतना है. इन्हें चारों तरफ अपने बाप की बपौती नजर आती है. लेकिन इस बार पंगा गलत जगह लेकर वायरल हुआ है, संजीव गोयनका.
देखें गोयनका और केएल राहुल का वायरल वीडियो…
मानक गुप्ता-
संजीव गोयनका जी, आप बड़े आदमी हैं, अरबपति हैं, LSG के मालिक हैं…लेकिन आपको कोई हक़ नहीं कि इस तरह देश के एक बड़े खिलाड़ी का सरेआम अपमान करें…IPL में खिलाड़ी टीमों को अपना खेल बेचते हैं, इज़्ज़त नहीं…के एल राहुल अगर ख़राब खेले तो बॉस होने के नाते आप उन्हें ये डांट बंद कमरे में भी लगा सकते थे. कैमरे पर आपने ये तमाशा क्यों किया? Not done
विजय बैरागी-
संजीव गोयनका जी की टीम से राहुल को तुरंत कप्तानी से इस्तीफा दे कर टीम को बीच में छोड़ देना चाइए। एक देश के खिलाड़ी को ऐसे व्यवहार करना एक व्यापारी का कोई हक नही है। एक खिलाड़ी के लिए उसके स्वाभिमान से बडकर कुछ भी नही है।
विनोद व्यास-
मैं आपकी बात से सहमत हूं सर पर ये बात आज से 15 साल पहले होती तो ज्यादा दुख होता, आज का क्रिकेट सिर्फ पैसे पे चलता है चाहे फिर वो खिलाड़ी हो या मालिक, जब ये मालिक पैसे की बोली खुलेआम लगाकर खिलाड़ी को खरीदते है तो इनसे बन्द कमरे में डांट की उम्मीद करना बेमानी होगी