बड़े फौन्ट के शीर्षक और दो-चार बॉक्स वाली ‘बड़ी खबरें’! आज के सभी अखबारों में कोई एक सी बड़ी खबर नहीं है। लिहाजा सभी अखबारों ने अपनी खबरों में से किसी एक को प्रमुखता से बड़े फौन्ट के शीर्षक लगाकर बड़ी खबर बना दिया है। किस अखबार ने किस खबर को प्रमुखता दी है यह जानना दिलचस्प रहता है और अगर आपकी दिलचस्पी यह जानने में है कि अखबार ने किसी खबर को क्यों प्रमुखता दी होगी तो मामला और दिलचस्प हो जाता है।
ऐसा कम होता है कि सभी अखबारों में अलग-अलग खबर लीड हो। हालांकि, इसमें कोई बुराई नहीं है पाठकों को विविधता ही मिलती है और कई ऐसी खबरों का विस्तार मिल जाता है जो आम तौर पर नहीं होता।
आज सभी अंग्रेजी अखबारों से अलग, द टेलीग्राफ ने फेसबुक पर सरकार विरोधी कई लोगों को ब्लॉक किए जाने की खबर को पहले पेज पर लीड बनाया है। इनमें हिन्दी के पत्रकारों तथा उनके समाचार पोर्टल की भी चर्चा है।
हिन्दुस्तान टाइम्स ने सबरीमाला मंदिर की खबर को लीड बनाया है। शीर्षक है, “पुजारी ने बातचीत की मुख्यमंत्री की पेशकश को ना कहा”। दूसरी लाइन है, ” झटका : पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन जारी, सरकार सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करने के दबाव में”।
केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने इस पूजास्थल में हरेक आयु की महिला को पूजा करने की सुप्रीम कोर्ट की इजाजत पर मंदिर के पुजारी से बातचीत करने की पेशकश की थी। पर उन्होंने यह कहकर बातचीत से मना कर दिया कि सरकार पहले ही सुप्रीमकोर्ट के आदेश को लागू करने का निर्णय कर चुकी है।
इंडियन एक्सप्रेस ने कश्मीर में स्थानीय निकाय चुनाव का पहला दौर आज होने की खबर को लीड बनाया है। शीर्षक है, “डर के बीच जम्मू कश्मीर स्थानीय निकाय चुनाव का पहला दौर आज”, घाटी में कुछ उम्मीद। फ्लैग शीर्षक है, “निकाय चुनाव चार चरण में होंगे”। दूसरा शीर्षक है, “सामाजिक कार्यकर्ता, पूर्व आतंकी चुनाव मैदान में : ‘किसी को चार्ज लेने, लड़ने की जरूरत है’।”
अखबार ने लिखा है कि एक दशक से ज्यादा समय के बाद राज्य के स्थानीय निकायों के लिए सोमवार से चुनाव हो रहे हैं पर एक ही दिन रह गया है पर ज्यादातर चुनाव क्षेत्रों में जबरदस्त सन्नाटा है। अखबार ने लिखा है कि नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी ने इस चुनाव में भाग न लेने की घोषणा कर रखी है और इसके बाद मुकाबला मुख्य रूप से कांग्रेस, भाजपा और बड़ी संख्या में स्वतंत्र उम्मीदवारों के बीच है।
टाइम्स ऑफ इंडिया ने जलवायु परिवर्तन की रिपोर्ट को लीड बनाया है और शीर्षक है, भारत में घातक गर्म हवाओं का प्रभाव हो सकता है। बस 2030 तक तापमान में 1.5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। यह रिपोर्ट सोमवार को जारी की जानी है। इस लिहाज से आज टाइम्स ऑफ इंडिया की एक्सक्लूसिव खबर होगी। इस रिपोर्ट के प्रभावों पर दिसंबर में पोलैंड में चर्चा होनी है।
हिन्दी अखबारों में दैनिक हिन्दुस्तान ने अवैध रोहिंग्याओं की दोबारा पहचान होगी शीर्षक खबर को लीड बनाया है। नई दिल्ली से एजेंसी की इस खबर का फ्लैग शीर्षक है, केंद्र ने राज्य सरकारों को नए फार्म भेजकर जानकारी मांगी। इस खबर के साथ दो और जानकारी प्रमुखता से दी गई है, 07 रोहिंग्या शरणार्थियों को पिछले दिनों वापस म्यामार भेजा गया और दूसरी यह कि 40 हजार रोहिंग्या अवैध रूप से फिलहाल देश में रह रहे हैं।
अखबार ने लीड के साथ छपी छोटी खबर में यह भी बताया है कि उन्हें वहां मारे जाने का डर है और वे वहां नहीं जाना चाहते हैं। एक छोटी खबर, “कौन हैं रोहिंग्या” – भी है। इसके मुताबिक, रोहिंग्या मुख्य रूप से मुस्लिमो का समूह है जो म्यामार के रखाइन प्रांत में केंद्रित है। वहां का बहुसंख्यक बौद्ध समुदाय उनकी उपेक्षा करता है और उन्हें नागरिक नहीं माना जाता है। अखबार ने यह नहीं बताया है कि ऐसी हालत में वे वापस कैसे जाएंगे और यहां कब तक रह सकते हैं।
नवभारत टाइम्स ने नोएडा में इमारत बनने के दौरान भरभराकर गिरे पाइप, 4 मजदूरों की मौत खबर को लीड बनाया है। इसका फ्लैग शीर्षक है, सेक्टर 94 में बन रही बिल्डिंग में शीशे लगाने के दौरान हादसा। इस घटना में पांच मजदूर घायल भी हुए हैं। और स्थानीय खबर होने के नाते इसे लीड बनाया जाना ठीक है पर जो पाइप गिरे उन्हें स्कैफोल्ड और बनती इमारत के बाहर इसे जोड़कर जो तामझाम खड़ा किया जाता है उसे स्कैफोल्डिंग कहा जाता है।
भले ही यह पाइप जैसा होता है पर पाइप को जोड़कर लंबा किया जाता है और स्कैफोल्डिंग के किनारे ऐसे होते हैं कि इन्हें इस तरह सेट किया जा सकता है जैसे बांस बांधकर निर्माणाधीन बिल्डिंग के बाहर से काम करने के लिए सीढ़ियां बनाई जाती थीं। बांस बांधने में काफी रस्सी लगती थी, उनकी लंबाई एक सी नहीं होती थी और तैयार करने में काफी समय लगता था। इस लिहाज से स्कैफोल्डिंग का उपयोग काफी आसान है।
संभवतः लिखने वाले को इसका नाम पता नहीं था शीर्षक में छप गया, किसी ने देखा नहीं या ठीक करने की जरूरत नहीं समझी। नवोदय टाइम्स ने, “विश्व की आर्थिक वृद्धि का इंजन होगा भारत : मोदी” को लीड बनाया है। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में कल पहला निवेशक सम्मेलन था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस सम्मेलन का उद्घाटन कर रहे थे।
वरिष्ठ पत्रकार और अनुवादक, संजय कुमार सिंह की रिपोर्ट। संपर्क : [email protected]