दो परम चिटफंडियों सुब्रत राय और कुणाल घोष के दिन और मुश्किल हुए

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: कुणाल घोष ने आत्महत्या की कोशिश की तो सुब्रत रॉय के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज हुआ : कोलकाता से खबर है कि तृणमूल कांग्रेस के निलंबित सांसद एवं सारदा घोटाला मामले में आरोपी कुणाल घोष ने शुक्रवार को प्रेसीडेन्सी सुधार गृह (जेल) में नींद की गोलियां खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की. घटना के बाद जेल अधीक्षक, डॉक्टर और ड्यूटी पर मौजूद एक कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया और पूरे प्रकरण की जांच के लिए गृह सचिव बासुदेव बनर्जी के नेतृत्व में समिति गठित की गयी है. साथ ही घोष के खिलाफ आत्महत्या की कोशिश करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. पश्चिम बंगाल के सुधारगृह सेवा मंत्री एच ए सफवी ने कहा कि घोष ने दावा किया था कि उन्होंने नींद की गोलियों खा ली है. उन्हें सरकारी एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्हें पिछले साल गिरफ्तार किया गया था और उसके बाद से वह जेल में हैं.

एसएसकेएम के निदेशक प्रदीप मित्रा ने संवाददाताओं से कहा कि घोष को जब अस्पताल लाया गया था, उस समय वह अर्धनिद्रा में थे। मित्रा ने कहा, उन्हें सीसीयू में भर्ती कराया गया. उनके पेट की सफाई की गयी और नमूने फारेंसिक जांच के लिए भेज दिए गए हैं. घोष ने दावा किया कि उन्होंने नींद की 40 गोलियां खा ली हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानसभा में दिए एक बयान में अधीक्षक, जेल के डॉक्टर और ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारी को निलंबित किए जाने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि मामले की जांच के लिए गृह सचिव बासुदेव बनर्जी के नेतृत्व में एक समिति गठित की गयी है. उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने तक अधीक्षक, जेल के डॉक्टर और ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी निलंबित रहेंगे.

उधर, नई दिल्ली से खबर है कि पिछले 9 महीने से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद सहारा समूह के मालिक सुब्रत रॉय की मुश्किलें हैं कि कम होने का नाम  ही नहीं ले रही हैं. एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) ने रॉय के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है. गौरतलब है कि जमानत हासिल करने के लिए सहारा समूह और खुद सुब्रत राय पिछले कुछ महीनों से 10000 करोड़ रुपए का इंतजाम करने में जुटे हुए हैं. इसके  चलते अपनी कुछ विदेशी प्रॉपर्टी बेचने के लिए अदालत ने उन्हें जेल परिसर में ही कॉन्फ्रेंस रूम की भी सुविधा दी थी. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अब जमाकर्ताओं को करोड़ों रुपये का भुगतान नहीं किए जाने से जुड़े मामले में सहारा समूह के खिलाफ मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया है.

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय को इस संबंध में सेबी से रिपोर्ट मिलने के बाद एजेंसी के मुंबई क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा आपराधिक मामला दर्ज किया गया. उन्होंने कहा, सहारा समूह के खिलाफ मनी लांड्रिंग रोधी कानून के तहत एक मामला दर्ज किया गया है. जांच प्रगति पर है.  इस संबंध में सहारा समूह को भेजे गए ई-मेल का कोई जवाब नहीं आया। सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत रॉय मार्च से ही जेल में बंद हैं. निवेशकों को 20,000 करोड़ रुपये से अधिक के पुनर्भुगतान को लेकर सहारा समूह लंबे समय से सेबी के साथ विवाद में है. सहारा समूह कहता रहा है कि उसने 93 प्रतिशत निवेशकों को सीधे भुगतान कर दिया है. प्रवर्तन निदेशालय इस बात की जांच कर रहा है कि कहीं अवैध परिसंपत्तियों का सृजन करने के लिए तो इस धन की मनी लांड्रिंग नहीं की गई. सूत्रों ने कहा कि सेबी को अभी तक मिले तथ्यों के आधार पर ईडी द्वारा शिकायत दर्ज की गई है. ईडी जांच तथ्यों के आधार पर पीएमएलए के तहत समूह की कुछ परिसंपत्तियों को कुर्क करने की कार्रवाई शुरू करेगा.



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