आगरा : कौन कब ठग लिया जाए, कहना मुश्किल है, क्योंकि देश में वित्तीय कारोबार जितनी तेजी से फल -फूल रहा है, वित्तीय हेराफेरी में उतनी ही तेजी आई है. चिटफंड के भुक्तभोगी यही बता रहे हैं। दरअसल, मीडिया की चादर ओढ़कर शारदा, सहारा और पर्ल्स जैसे वित्तीय घोटालों का कारोबार देश भर में फल फूल रहा है। रोजवैली और स्टार जैसी नामचीन कंपनियां भी इसमें पीछे नहीं हैं। पहले तो ये कंपनियां जनता को झूठे सपने दिखाती हैं। यह बताती हैं कि यदि वे कंपनी में पैसा लगाएंगे तो निवेशक को (जनता) दोगुना लाभ होगा। कंपनी के झांसे में आकर जनता अपनी गाढ़ी कमाई लगा देती है। इसके बाद लाभ की बात तो छोड़ें, वह अपना मूलधन भी प्राप्त नहीं कर पाती है।
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दो बड़े अफसरों ने मतंग सिंह की गिरफ्तारी को रोकने का प्रयास किया था, जांच शुरू
: मतंग सिंह की गिरफ्तारी में अधिकारियों की भूमिका की जांच : केंद्रीय गृह मंत्रालय में एक शीर्ष नौकरशाह और सीबीआई में एक संयुक्त निदेशक जांच के दायरे में हैं जिन्होंने सारदा घोटाला मामले में कुछ दिनों पहले गिरफ्तार हुए पूर्व कांग्रेसी मंत्री मतंग सिंह की गिरफ्तारी को कथित रूप से रोकने का प्रयास किया था . एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि समझा जाता है कि सीबीआई ने इस सिलसिले में प्रधानमंत्री कार्यालय को एक रिपोर्ट भेजी है.
वरिष्ठ पत्रकार ललित पत्ताजोशी पर सीबीआई को शक है…
: सारदा घोटाले की आंच पहुंची मीडिया तक, सीबीआई ने की पूछताछ : भुवनेश्वर। सारदा चिट फंट में सीबीआई जांच की आंच अब पत्रकारों तक भी पहुंच गयी है। वरिष्ठ मीडियाकर्मी ललित पत्ताजोशी के घर सीबीआई ने छापा मारा। सीबीआई ने इस दौरान घंटों तक पत्रकार से पूछताछ की। सीबीआई के इस छापेमारी के बाद मीडिया की भी कलई खुलने लगी है। वरिष्ठ पत्रकार ललित पत्ताजोशी पर सीबीआई को शक है कि उनके सारदा चिट फंड घोटाले में आरोपी सुभांकर नायक से करीबी संबंध हैं।
चिटफंड घोटाले में फंसे पत्रकार कुणाल घोष की फोटो लेते वक्त मीडिया कर्मियों पर लाठी चार्ज
शारदा चिटफंड घोटाले में फंसे सांसद कुणाल घोष की फोटो ले रहे मीडिया पर कोलकाता पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। पुलिस ने मीडिया कर्मियों पर उस समय पर लाठी चार्ज कर दिया जब वह कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल के बाहर मीडियाकर्मियों पर लाठी चार्ज किया। दरअसल, पुलिस की ओऱ से अस्पताल में भर्ती कुणाल घोष की फोटो लेने से मना कर रही थी। सांसद कुणाल घोष ने गुरुवार को जेल में आत्महत्या का प्रयास किया था। सांसद घोष सारधा चिटफंड घोटाले के आरोपी हैं और आत्महत्या के समय वह जेल में थे।
दो परम चिटफंडियों सुब्रत राय और कुणाल घोष के दिन और मुश्किल हुए
: कुणाल घोष ने आत्महत्या की कोशिश की तो सुब्रत रॉय के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज हुआ : कोलकाता से खबर है कि तृणमूल कांग्रेस के निलंबित सांसद एवं सारदा घोटाला मामले में आरोपी कुणाल घोष ने शुक्रवार को प्रेसीडेन्सी सुधार गृह (जेल) में नींद की गोलियां खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की. घटना के बाद जेल अधीक्षक, डॉक्टर और ड्यूटी पर मौजूद एक कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया और पूरे प्रकरण की जांच के लिए गृह सचिव बासुदेव बनर्जी के नेतृत्व में समिति गठित की गयी है. साथ ही घोष के खिलाफ आत्महत्या की कोशिश करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. पश्चिम बंगाल के सुधारगृह सेवा मंत्री एच ए सफवी ने कहा कि घोष ने दावा किया था कि उन्होंने नींद की गोलियों खा ली है. उन्हें सरकारी एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्हें पिछले साल गिरफ्तार किया गया था और उसके बाद से वह जेल में हैं.
कंपनी के मालिकों को बचाने के चक्कर में दलाल बन गए चिटफंडिया चैनलों के कई पत्रकार
इन दिनों कई चिटफंडिया चैनलों के पत्रकार दलालों की भूमिका में नज़र आ रहे हैं. नौकरी करने और बचाने के चक्कर में पत्रकार इन चिटफंड माफियाओं के दलाल बन गए हैं. जिसकी दलाली रास नहीं आती, वो जल्द ही चैनल छोड़ देते हैं. जिन चिटफंडिया पत्रकारों में पत्रकारिता कम, दलाली का हुनर ज्यादा है, उनकी गाड़ी निकल पड़ी है. पी7 न्यूज नामक टीवी चैनल का हाल सबको पता है. ये PACLग्रुप का चैनल है. इनके दलाल पत्रकारों की लाख कोशिशों के बावजूद भी कंपनी को बचाया नहीं जा सका, सो अब चैनल भी बुरे दिन झेल रहा है. कई जवान से लेकर बूढ़े पत्रकार तक इस कंपनी की दलाली के काम में लगे थे. इनकी हालत पर वाकई तरस आती है.
शुभप्रसन्ना का चैनल जबरन मुझे 18 करोड़ में बेचा गया : सुदीप्त सेन
: शुभप्रसन्ना के कार्यालय में ईडी ने मारा छापा : कोलकाता। सारधा चिटफंड घोटाले में चित्रकार शुभप्रसन्ना की भूमिका की जांच में जुटे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को साल्टलेक के सेक्टर-5 स्थित उनके कंपनी ऑफिस की तलाशी ली। शुभप्रसन्ना ने अपना न्यूज चैनल महंगे दाम पर सारधा समूह को बेचा था। ईडी ने शुभप्रसन्ना से इस खरीद-फरोख्त से संबंधित कागजात मांगे थे। मंगलवार सुबह शुभप्रसन्ना ने ईडी कार्यालय में कागजात जमा कर दिए। शुभप्रसन्ना खुद ईडी दफ्तर नहीं गए थे। उन्होंने अपने एक प्रतिनिधि के मार्फत समस्त कागजात ईडी दफ्तर भिजवाए।