भारतीय जनता पार्टी टेलीविजन चैनलों पर विज्ञापन देने में सबसे आगे हो गई है। यहाँ मध्यप्रदेश में इस कदर विज्ञापन बांटे जा रहे हैं कि कई लोगो ने इस चक्कर मे अपने स्थानीय न्यूज़ चैनल प्रारंभ कर दिए हैं। FM रेडियो पर तो ये हाल है कि हर 15 मिनट में बीजेपी के 2 विज्ञापन सुनाई दे जाते हैं।
ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, 16 नवंबर को खत्म हुए सप्ताह में विमल पान मसाला को पीछे छोड़ते हुए भाजपा चैनलों को विज्ञापन देने में पहले पायदान पर काबिज हो गई है। इसमें सबसे खास बात है कि बीजेपी की प्रतिद्वंदी कांग्रेस टॉप 10 से ही बाहर है।
जमीनी स्तर पर आप देखे तो मध्यप्रदेश की सड़कों पर बहुत ज्यादा विज्ञापन नही है। लेकिन जिस तरह से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में विज्ञापन बाँटे जा रहे है वह बता रहा है कि अब जमीनी चुनाव प्रचार सिर्फ रैलियों के झंडे डंडों तक ही सीमित रह गया है। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया बीजेपी के प्रचार प्रसार में सबसे अधिक प्राथमिकता रख रहा है। इसी के परिणाम स्वरूप अभी प्रमुख न्यूज़ चैनलो की सारी सामग्री ओर कार्यक्रम प्रो बीजेपी ओरिएंटेड डिजाइन की जा रही है।
सोशल मीडिया एक्टिविस्ट गिरीश मालवीय की फेसबुक वॉल से।
विज्ञापन में हुआ बहुत विकास… भाजपा विमल पान मसाले से आगे निकली… भारतीय जनता पार्टी टेलीविजन चैनलों पर विज्ञापन देने में सबसे आगे हो गई है। टीवी चैनलों पर विज्ञापन देने के मामले में बीजेपी ने नेटफ्लिक्स औऱ ट्रिवागो को भी पीछे छोड़ दिया है। पांच राज्यों में चुनाव को लेकर भाजपा जबरदस्त प्रचार करा रही है।
इससे पहले टॉप पोजीशन पर विमल पान मसाला का कब्जा था। ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, 16 नवंबर को खत्म हुए सप्ताह में विमल को पीछे छोड़ते हुए भाजपा पहले पायदान पर काबिज हो गई है। इसमें सबसे खास बात है कि बीजेपी की प्रतिद्वंदी कांग्रेस टॉप 10 से ही बाहर है।
गोपाल राठी की फेसबुक वॉल से।