झारखंड के दुमका जिला के पत्रकार विजय तिवारी के विरुद्ध दुमका के जिला परिवहन पदाधिकारी ने झारखंड सरकार के गृह मंत्रालय में शिकायत की है। शिकायती पत्र दुमका जिले के एसपी, डीसी और परिवहन विभाग के सचिव को देकर कार्यवाई की भी मांग की गई है।
पत्र के अनुसार, विगत 5 जून को दुमका जिला परिवहन पदाधिकारी और दुमका पुलिस की एक टीम ने 93 की संख्या में गिट्टी से लदे ट्रकों को पकड़ा और इससे सम्बन्धित जांच पड़ताल की जा रही थी। तभी पत्रकार विजय तिवारी ने अलग अलग फोन कर आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को बुला लिया।
लगभग 10 की संख्या में स्कोर्पियो और मोटरसाइकिल सवार जांच स्थल पर पहुंचे और बवाल काटने लगे। परिवहन पदाधिकारी ने अपने पत्र में यह भी आरोप लगाया है कि इन लोगों ने यह भी कहा कि जब पाकुड़ के एसपी की हत्या करा सकते हैं तो डीटीओ की बिसात ही क्या है। इसके बाद देर रात डीटीओ को इस बात की जानकारी मिली कि इन लोगों ने जब्त गाड़ी को वहां से भगा दिया।
इस पूरे कांड की फोटोग्राफी भी डीटीओ द्वारा करायी गयी है, जिसे बतौर सबूत गृह मंत्रालय को उपलब्ध करा दिया गया है। इस पत्र में पत्रकार विजय तिवारी पर गंभीर और आपराधिक शिकायत दर्ज कराई गई है। पत्र के अनुसार विजय तिवारी खुद को दुमका जिला के एक वरीय पुलिस अधिकारी का वरदहस्त प्राप्त पत्रकार बतलाता है और पत्रकारिता की आड़ में गाड़ी पासिंग के धंधे में संलिप्त है।
साथ ही पत्रकार विजय तिवारी और इस धंधे के लोग चोरी भी करते है, अवैध तस्करी में संलिप्त है, दबंग है और पूरी प्रशासनिक व्यवस्था पर एक प्रश्न चिन्ह लगाए है, ऐसा आरोप लगाते हुए पत्रकार समेत इस धंधे से जुड़े अन्य लोगों के विरुद्ध नियमानुकूल कार्यवाई की भी मांग की गई है।