बाराबंकी। प्रदेश में आए दिन पत्रकारों पर हमले हो रहे हैं। ताजा मामला बाराबंकी जनपद से है, जहां इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में काम कर रहे एक पत्रकार के साथ बाराबंकी पुलिस ने सिर्फ बदतमीज़ी ही नहीं की, बल्कि उसकी जमकर पिटाई भी की। जिले के सभी पत्रकारों ने एक स्वर में विरोध-प्रदर्शन करते हुए जिलाधिकारी से मिलकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। नगर कोतवाली इलाके के बंकी कस्बे के रहने वाले व बाराबंकी में एक नेशनल हिन्दी न्यूज चैनल के पत्रकार सतीश कश्यप का अपने पड़ोसी अतुल यादव से मामूली वाद-विवाद चल रहा था। अतुल यादव बाराबंकी के सदर से सपा विधायक धर्मराज यादव उर्फ सुरेश यादव का बेहद करीबी माना जाता है। बुधवार को पुलिस ने पत्रकार सतीश कश्यप को नगर कोतवाली बातचीत के लिए बुलाया था।
सतीश के मुताबिक, जब वे नगर कोतवाली पहुंचे तो शहर कोतवाल भगवती प्रसाद यादव ने उनपर जबरन समझौते का दबाव बनाया। जब वे सुलह को तैयार नहीं हुए तो शहर कोतवाल ने गाली-गलौज और अभद्रता शुरू कर दी। इस सारे वाकये को वे अपने मोबाइल से वीडियो बना लिए। यह बात शहर कोतवाल को नागवार गुजरी और उसने बगल में बैठे बंकी चौकी इंचार्ज शिवनाथ यादव और अपने साथियों को आदेश देते हुए कहा कि मारो और लॉकअप में बन्द करो। साथ ही मुकदमा लिख कर जेल में सड़ा दो।
शहर कोतवाल का इशारा पाते ही सभी पुलिसकर्मी सतीश को बुरी तरह से मारने लगे और लॉकअप में ले जाकर बंद कर दिया। मौका पाकर सतीश ने अपना मोबाइल फोन अपने एक साथी को पकड़ा दिया। सतीश के साथ हुई इस घटना की भनक जैसे ही जनपद के अन्य पत्रकारों को हुई तो सभी पत्रकार कोतवाली पर इकट्ठा हो गए। मौके पर वार्ता के लिए पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक ने पुलिसकर्मियों पर किसी भी कार्रवाई से इनकार कर दिया, जिससे पत्रकार और भड़क गए। आक्रोशित पत्रकारों ने जिलाधिकारी से मिलकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।