

रायबरेली जिले में प्रमुख अखबार राष्ट्रीय सहारा के कर्मी अखबार की फजीहत कराने में जुटे हैं. इस वजह से जगह जगह लोग अखबार की विश्वसनीयता व कर्मियों के कारनामों पर सवाल उठा रहे हैं.
ताज़ा मामला जिले के भदोखर थाना क्षेत्र के ग्राम औघड़नाथ मजरे कनौली मेजरगंज का है. यहां के निवासी राजबहादुर यादव व बाबूलाल के मध्य खेत में खूंटा गाड़ने को लेकर 12 अप्रैल को विवाद हो गया था. इसके बाद एप्लिकेशन थाने तक पहुंच गई.
हालांकि मामला मामूली धाराओं में दर्ज हुआ और ठंडे बस्ते में चला गया. आरोप है कि इसी के बाद इस अखबार ने इस मामूली से मामले में अपना एंगल तलाशना शुरू कर दिया. आरोप है कि एक पक्ष से मिलीभगत कर राष्ट्रीय सहारा में 19 दिन बाद यह खबर छपी. इसके बाद अखबार की फजीहत होने लगी. इस प्रकरण से जुड़े दीपक ने बताया कि घटना के बाद से लगातार अख़बार के लोग उसके संपर्क में रहे और अनुचित मांग करते रहे. मांग पूरी न होने पर इस ख़बर को प्रकाशित किया गया है.
जिले में लोगों का कहना है कि जब से नये ब्यूरो चीफ ने इस अखबार की कुर्सी संभाली है उसके बाद से ही यह अख़बार सिर्फ़ विज्ञप्ति का अख़बार बन कर रह गया है. साथ ही वर्षों से काम कर रहे ईमानदार संवाददाताओ को बाहर का रास्ता सिर्फ इसलिए दिखा दिया गया क्योंकि वे लोग नए चीफ महोदय के हिसाब से खबरों को मैनेज करने का काम नहीं कर पा रहे थे.