Gunjan Sinha : स्थिति मजेदार है भाई, झारखण्ड के एक नामी गिरामी चैनल के चर्चित मालिक के खिलाफ कुर्की जब्ती का हुकुम हुआ है और रांची के मेरे कई पत्रकार मित्र कोई प्रतिक्रिया ही नहीं दे पा रहे हैं! बड़ा धर्मसंकट है! लाइक तो कीजिये मित्रो। या यही लिखिए कि कुर्की जब्ती नहीं होनी चाहिए, कि वो भगोड़ा नहीं है, पूजा अर्चना में लगा हुआ है। असल में अदालत ने गैर जमानती आरोपी अरूप चटर्जी की संपत्ति की कुर्की जब्ती के आदेश जारी किये।
आदरणीय रघुवर दास जी, मुख्यमंत्री झारखंड। एक जरुरी सूचना – चेक बाउंस केस में न्यूज 11 के मालिक अरुप चटर्जी के खिलाफ जमाने से जारी वारंट पर आपकी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। एक गैर-जमानती वांछित आरोपी को पकड़ कर कोर्ट में हाजिर कराने के बदले आप और आपके वरिष्ठ अधिकारी उसकी दावत में शामिल होते रहे। जब मुख्यमंत्री ही एक गैर जमानती के अतिथि हों तो सामान्य पुलिस अधिकारी की क्या मजाल कि उसे गिरफ्तार करे! गिरफ्तार करना तो दूर आपने उसे दो सरकारी बॉडीगार्ड दे रखे हैं।
अब अदालत ने अरूप चटर्जी, वल्द नामालूम, के खिलाफ कुर्की जब्ती करने के आदेश दे दिए हैं। प्रश्न है कि अब भी आप अरूप चटर्जी की गिरफ्तारी सुनिश्चित करेंगे या वसुंधरा राजे और सुषमा स्वराज का ही रास्ता अपनाएंगे ? अगर तीन दिनों में अरूप चटर्जी के खिलाफ कुर्की जब्ती के आदेश की तामील करके उसे गिरफ्तार नहीं किया गया तो मैं झारखण्ड हाईकोर्ट में अपील करूँगा और दरख्वास्त करूँगा कि आपको व्यक्तिगत रूप से नोटिस भेजी जाए क्योंकि उसकी दावत में आप व्यक्तिगत रूप से शामिल होते हैं और इस तरह आपने उसे संरक्षण दे रखा है।
वरिष्ठ पत्रकार गुंजन सिन्हा के फेसबुक वॉल से.