Surya Pratap Singh : भंसाली का ‘अंडरवर्ल्ड कनेक्शन’….. अंडरवर्ल्ड ने रखी भंसाली के सामने ‘सनातन मान्यताओं’ को ध्वस्त करने की शर्त… भंसाली ने कहा- ’क़ुबूल है, क़ुबूल है, क़ुबूल है’……..१ लाख की पैड-अप कैपिटल वाली कम्पनी बना रही सैकड़ों करोड़ वाले बजट की फ़िल्म… ये सिर्फ़ इस देश में ही सम्भव है जहाँ रातों-रात मालदार होने वालों से सवाल पूछना जुर्म ही नहीं यहाँ तक कि राष्ट्रद्रोह भी घोषित हो सकता है। फ़िल्म निर्माता विधू विनोद चोपड़ा के सहायक की हैसियत से कैसे अंडर वर्ल्ड ने ‘भंसाली’ को बना दिया इतना बड़ा ‘फ़िल्म निर्माता’?
संजय लीला भंसाली की कम्पनी Bhansali Productions Private Limited जो 8 मई 2003 को रजिस्टर हुई थी, की authorized share capital मात्र रु. 5 लाख है और paid up capital मात्र रु. 1 लाख है, के पास रु. 200 करोड़ की लागत की फ़िल्म पद्मावत बनाने के लिए कहाँ से पैसा आया? यह एक अहम् प्रश्न है। इस कम्पनी ने रु. 16.50 करोड़ का ऋण वर्ष 2003 में लिया था जो कभी Pay back नहीं किया गया। 2015 के बाद से इसने कोई बैलेन्स शीट भी रजिस्ट्रार कम्पनीज़ के यहाँ फ़ाइल नहीं की है। भंसाली की उक्त कम्पनी प्रथमदृष्ट्या एक Ponzi (Fraudulent) कम्पनी है। मोदी सरकार द्वारा अन्य ऐसी कम्पनियों के ख़िलाफ़ जाँच की जा रही है तो भंसाली की कम्पनी के ख़िलाफ़ क्यों नहीं?
भंसाली की कम्पनी का CIN No. U92110MH2003PTC140367 और registration number: 140367 है। भंसाली की कम्पनी में स्वमं भंसाली के अलावा इसकी बहिन बेला दीपक सहगल व इसकी माँ लीला भंसाली ही Directors हैं। इसकी कम्पनी का CA दीपक पारिख है जिसके अंडर वर्ल्ड डॉन दाऊद अब्राहम से सम्बंध पूरा बॉलीवुड जानता है। फ़िल्म पद्मावत में अम्बानी की कम्पनी Viacom 18 Media Pvt. Limited का केवल 50% पैसा ही लगा है। शेष पैसा भंसाली के पास कहाँ से आया… पूर्ण आशंका है कि इसमें अंडर वर्ल्ड का पैसा लगा हो। ऐसे भंसाली के लिए कुछ टीवी ऐंकरर्स को ख़रीदना कौन सी बड़ी बात होगी… सब कुछ बिकाऊ है इस बाज़ार में…आज तो न्याय का भी बोली लगती है। भंसाली की उक्त ‘पॉंज़ी (Ponzi) कम्पनी अर्थात टैक्स चोरी व दो नम्बर/हवाला/अंडर वर्ल्ड के पैसे से बिज़्नेस करने वाली कम्पनी है। सरकार को इसकी ED/इंकम टैक्स विभाग द्वारा जाँच की जानी चाहिए।
यूपी कैडर के वरिष्ठ आईएएस अधिकरी रहे सूर्य प्रताप सिंह की एफबी वॉल से.