सुरेश प्रताप सिंह-
बूझो तो जानें : कौन कहां है? BHU के पत्रकारिता विभाग का आज से चार दशक पूर्व जब Study tour Mumbai गया था, तब की यह तस्वीर है. समय के साथ सब कुछ बदल जाता है. यह तस्वीर तब हमारे सहपाठी रहे मणिपुर के मित्र Meghachandra Kongbam के सौजन्य से प्राप्त हुई है. तब प्रोफेसर बीआर गुप्ता के नेतृत्व में यह शैक्षणिक टूर गया था.
जब कोई मित्र पुरानी तस्वीरों को भेजता है तो स्वाभाविक है कि उन दिनों की यादें मस्तिष्क में किसी फिल्म की पटकथा की तरह घूमने लगती हैं. वह स्मृतियां जिसे अब सिर्फ कैमरे की नज़र से ही देखा जा सकता है लेकिन वे अनमोल दिन थे. उस दौर की अनेक स्मृतियां अब भी अचानक जीवित हो जाती हैं. किसी सपने की तरह..! ऐसा सपना जिससे होकर हम लोग गुज़रे थे.
मुम्बई के हिंदी व अंग्रेजी अखबारों के कार्यालय में जाकर कुछ चर्चित पत्रकारों से मिलना, मुम्बई की सड़कों व चौपाटी पर घूमना और एक साथ मिलकर बतकही करते हुए ठहाके लगाना..! तब हम लोग अक्सर एक साथ ग्रुप बनाकर घूमते थे क्यों कि मुम्बई में कहीं खो जाने या फिर अपने साथियों से बिछुड़ जाने का भय सताता था. अब वह सब एक सपने की तरह नज़र आता है. सलाम मुम्बई..!