Connect with us

Hi, what are you looking for?

सुख-दुख

भड़ास पर ब्लड डोनेशन संबंधी अपील प्रकाशित होने के बाद खून देने वालों की लाइन लग गई

Shravan Shukla : ये है सोशल मीडिया की ताकत। Ashwani Shrotriya के पिता जी का ऑपरेशन होना था। 10 यूनिट ब्लड की जरूरत थी। मैंने कल रात Bhadas4media पर पढ़ा, और उसे अपनी वाल पर शेयर किया। भाई Vinay Kumar Bharti जी जुटे और अपने साथिय़ों Atul Gera Kanudeep Kaur Rohit Gupta B Positive Vandana Singh AB Positive समेत तमाम अन्य साथियों को इकट्ठा कर अस्पताल पहुंच गए। उनका साथ दिया भाई आशुतोष कुमार सिंह ने। और तमाम जरूरतें उन सबके इकट्ठा होते होते पूरी हो गईं।  यहां तक कि कुछ लोगों को बिना रक्तदान के ही लौटना पड़ा, क्योंकि जरूरतों को पूरा करने के लिए सारा जहां वहां पहुंचा था। कौन कहता है सोशल मीडिया बकवास चीज है? जो ये कहते हैं, वो जरा इधर भी नजर घुमाएं, इधर ही क्यों…. मेरे ये साथी तमाम लोगों की मदद किया करते हैं, जो कहीं भी मुसीबत में होता है। जय हो मित्रों, जय सोशल मीडिया। जिंदगी जिंदाबाद…

<p>Shravan Shukla : ये है सोशल मीडिया की ताकत। Ashwani Shrotriya के पिता जी का ऑपरेशन होना था। 10 यूनिट ब्लड की जरूरत थी। मैंने कल रात Bhadas4media पर पढ़ा, और उसे अपनी वाल पर शेयर किया। भाई Vinay Kumar Bharti जी जुटे और अपने साथिय़ों Atul Gera Kanudeep Kaur Rohit Gupta B Positive Vandana Singh AB Positive समेत तमाम अन्य साथियों को इकट्ठा कर अस्पताल पहुंच गए। उनका साथ दिया भाई आशुतोष कुमार सिंह ने। और तमाम जरूरतें उन सबके इकट्ठा होते होते पूरी हो गईं।  यहां तक कि कुछ लोगों को बिना रक्तदान के ही लौटना पड़ा, क्योंकि जरूरतों को पूरा करने के लिए सारा जहां वहां पहुंचा था। कौन कहता है सोशल मीडिया बकवास चीज है? जो ये कहते हैं, वो जरा इधर भी नजर घुमाएं, इधर ही क्यों.... मेरे ये साथी तमाम लोगों की मदद किया करते हैं, जो कहीं भी मुसीबत में होता है। जय हो मित्रों, जय सोशल मीडिया। जिंदगी जिंदाबाद...</p>

Shravan Shukla : ये है सोशल मीडिया की ताकत। Ashwani Shrotriya के पिता जी का ऑपरेशन होना था। 10 यूनिट ब्लड की जरूरत थी। मैंने कल रात Bhadas4media पर पढ़ा, और उसे अपनी वाल पर शेयर किया। भाई Vinay Kumar Bharti जी जुटे और अपने साथिय़ों Atul Gera Kanudeep Kaur Rohit Gupta B Positive Vandana Singh AB Positive समेत तमाम अन्य साथियों को इकट्ठा कर अस्पताल पहुंच गए। उनका साथ दिया भाई आशुतोष कुमार सिंह ने। और तमाम जरूरतें उन सबके इकट्ठा होते होते पूरी हो गईं।  यहां तक कि कुछ लोगों को बिना रक्तदान के ही लौटना पड़ा, क्योंकि जरूरतों को पूरा करने के लिए सारा जहां वहां पहुंचा था। कौन कहता है सोशल मीडिया बकवास चीज है? जो ये कहते हैं, वो जरा इधर भी नजर घुमाएं, इधर ही क्यों…. मेरे ये साथी तमाम लोगों की मदद किया करते हैं, जो कहीं भी मुसीबत में होता है। जय हो मित्रों, जय सोशल मीडिया। जिंदगी जिंदाबाद…

Ashwani Shrotriya सभी दोस्तों का बहुत बहुत शुक्रिया। जितनी तेजी से ब्लड डोनेशन का काम हुआ। मैं उससे हैरत में हूँ। दोस्तों आप अपना काम इसी तरह करते रहिये। आपके साथ आज एक और साथी जुड़ गया हैं। थैंक्स।

Advertisement. Scroll to continue reading.

पत्रकार श्रवण शुक्ला और अश्विनी श्रोत्रिय के फेसबुक वॉल से.

मूल खबर:

Advertisement. Scroll to continue reading.

दिल्ली के साथियों से मदद की अपील : 10 यूनिट ब्लड की जरूरत है…

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement