लखनऊ की चीफ जुडीशिअल मजिस्ट्रेट ने जालसाजी से प्रमाणपत्र बनाकर नौकरी करने के एक मामले में समाज कल्याण विभाग के लखनऊ स्थित जी. बी. पन्त पॉलिटेक्निक के कर्मशाला अधीक्षक पवन कुमार मिश्रा की जमानत अर्जी ख़ारिज करते हुए अभियुक्त को जेल भेज दिया।
अदालत ने यह आदेश सामाजिक और आरटीआई कार्यकत्री उर्वशी शर्मा द्वारा दायर मुकद्दमे में दिया है। उर्वशी ने बताया कि अभियुक्त पवन कुमार मिश्रा ने लखनऊ स्थित अवध इंडस्ट्री के लैटर पैड पर फर्जी अनुभव प्रमाणपत्र बनाकर इस पॉलिटेक्निक में नौकरी पा ली थी। उर्वशी के अनुसार उन्होंने आरटीआई के प्रयोग से यह अनुभव प्रमाणपत्र हासिल करने के बाद अभियुक्त पवन कुमार मिश्रा के खिलाफ यह मुकद्दमा लखनऊ के थाना काकोरी में कायम कराया था।