नई पारी लाकडाउन के बाद जल्द शुरू करूंगा। दोस्तों तीस अप्रैल, 2020 को हिन्दुस्तान, लखनऊ में 17 साल, एक महीना और 21 दिन की ईमानदार और निष्ठापूर्ण सेवाओं के बाद सम्मानपूर्वक कार्यमुक्त हो गया।
इस सुअवसर पर हिन्दुस्तान के अनेक साथी वर्क फ्राम होम करने के बावजूद आफिस आए। हिन्दुस्तान के यूपी हेड व कार्यकारी संपादक डा तीरविजय सिंह सहित बड़ी संख्या में छोटे-बड़े साथी मुझे ससम्मान विदाई देने के लिए उपस्थित हुए।
खास बात यह है कि इस मौके पर अपनी सहयोगी कंपनी हिन्दुस्तान टाइम्स के कई वरिष्ठ साथी भी मेरे सम्मान में शामिल हुए। इस समारोह की एक खास बात यह रही कि लाकडाउन और कोरोना के कारण सोशल डिस्टेन्सिग का विशेष ख्याल रखा गया। हालांकि बड़ी संख्या में साथी लाकडाउन में सोशल डिस्टेन्सिग का पालन किए जाने के कारण नहीं पहुंच सके, उन्होंने फोन से अपनी शुभकामनाएं दीं।
मैं अपने दोस्तों और शुभचिंतकों से बस एक ही बात कहना चाहता हूं कि एग्रीमेन्ट पूरा होने के कारण अभी सिर्फ हिन्दुस्तान से कार्यमुक्त हुआ हूं, पत्रकारिता से नहीं।
लाकडाउन के बाद जल्द ही नई पारी शुरू करूंगा। यह पारी भी सम्मानजनक हो, इसके लिए आपकी शुभकामनाएं और दुआएं दोनों चाहिए। इस बीच, हिन्दुस्तान के सफर में मेरा साथ और सहयोग करने वाले सभी छोटे-बड़े साथियों का आभार, इस वादे के साथ कि हमारे व्यक्तिगत संबंध कभी खत्म नहीं होंगे, हमेशा बने रहेंगे।
सादर, आपका हमेशा
गोलेश स्वामी
सौजन्य : फेसबुक
भारत
May 5, 2020 at 10:50 am
एक पत्रकार के लिए ख़ुशी की बात है. इससे इतर उदहारण है राष्ट्रीय सहारा में कई लोग रिटायर के बाद चुपके से विस्तार का पत्र ले रहे हैं. कई योग्य कर्मी इस उम्मीद में हैं कि उन्हें प्रोंनात्ति देकर स्थानीय संपादक या कोई वरीय पद दे दिया जायेगा, किन्तु चाटुकारिता और जातिवाद के बल पर ये लोग रिटायर होने के बाद योग्य सहराकर्मी का हक मार रहे हैं. उलटे सहारा पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है. उचना के मुताबिक पटना में ऐसा ही मामला सामने आया है. फ़ायदा लेनेवाला तो फ़ायदा ले रहा है पर जो फ़ायदा दे रहा है उस पर एक ण एक दिन प्रश्न उठेगा.
Ajay Gupta
May 5, 2020 at 1:02 pm
शुभकामनाएं गोलेश