इंडिया टुडे समूह के फर्जी सर्वे और घटिया पत्रकारिता से अरविंद केजरीवाल नाराज हैं. अरविंद केजरीवाल ने अपने ट्विटर अकाउंट पर ट्टवीट करके लोगों से पूछा है कि क्या इसे ही पत्रकारिता कहते हैं? साथ ही केजरीवाल ने एक वीडियो लिंक दिया है जिसमें इंडिया टुडे के फर्जी सर्वे की असलियत बताई गई है. अरविंद केजरीवाल के पेज पर शेयर किए गए लिंक से यू-ट्यूब पेज पर जाने पर एक वीडियो मिलता है. इस वीडियो में दिखाया गया है कि देश का नामी इंडिया टुडे ग्रुप द्वारा न्यूजफिल्क्स डाट काम नामक एक वेबसाइट के जरिए एक सर्वे कराया रहा है जिसमें लोगों से पूछा गया है कि वह केजरीवाल को कितना नापसंद करते हैं और ये कि क्या आप केजरीवाल को दोबारा मौका देंगे?
चौंकाने वाली बात ये है जैसे ही इस सर्वे में आप भाग लेते हैं आपसे एक एक कर सात सवाल पूछे जाते हैं लेकिन कोई भी सवाल केजरीवाल से जुड़ा हुआ नहीं होता. लेकिन जब रिजल्ट बताया जाता है तो कहा जाता है कि आपने केजरीवाल को नापसंद कर दिया है. सवालों का जवाब देते हुए जब आप आगे बढ़ते हैं तो आपको शाहरूख खान की पसंदीदा फिल्म से लेकर आपके फेवरेट स्वतंत्रता सेनानी के बारे में पूछा जाता है. अंत में सर्वे आपको बताता है कि आप केजरीवाल को पसंद नहीं करते हैं.
शेयर किए गए वीडियो में दिखाया गया है कि देश का नामी मीडिया ग्रुप इंडिया टुडे फर्जी सर्वे कराकर अरविंद केजरीवाल को नापसंद करने वालों की संख्या के बारे में बता रहा है. साथ ही इस वीडियो के अंत में बताया गया है कि कैसे केजरीवाल पर भरोसा करने पर दिल्ली की जनता को निराशा हाथ लगी. इस वीडियो में बताया गया है कि सर्वे में शामिल होने वाले से कुल सात सवाल पूछे जाते हैं लेकिन उनमें से कोई भी सवाल न तो केजरीवाल से संबंधित हैं और न ही उनका कोई संबंध देश या दिल्ली की राजनीतिक व्यवस्था से है.
अरविंद केजरीवाल का ट्वीट और सर्वे के डिटेल के बारे में वीडियो लिंक यूं है….
Arvind Kejriwal
✔ @ArvindKejriwal
Is this journalism? I am shocked:
Comments on “इंडिया टुडे वालों के फर्जी सर्वे की खुली पोल, केजरीवाल ने पूछा- क्या यही है पत्रकारिता?”
Yeh Patrakarita ki nichta hai … Aise logo ko khud ko patrakar kahne ka koi adhikar nahi hai .. ha inhe bhadwa ya dalal jarur kaha ja sakta hai !!
Yeh log patrakar to katai nahi hai.. ha inhe bhadwa ya dalal jarur kaha ja sakta hai..
हां, केजरीवाल साहब, जब तक अपना चैनल, अखबार नहीं चलाओगे, इन भडुओं के ऐसे ही सर्वे के सहारे दिन में सौ बार जीओगे और सौ बार मरोगे…..क्योंकि तुम केजरीवाल हो…अरुण पुरी नहीं….अरुण पुरी की रोटियों पर पल रहे “पालतू” उसी की चाहत और मनपसंद के सर्वे गायेंगे-गुनगुनायेगें…इन सबको आप जब जब और सुनेंगे….ऐसे ही अपना माथा पीटेंगे…और रोंयेंगे….
arvind ji ko badnam karne wale khud khatam ho jayge, ab jakar aise logo ki sacchai samne aye hai. is liye to arvind ji media ko bika huya kahte hai to inhe mirchi lagti hai
कल की कांग्रेस सरकार थी आज भाजप की… एक बात कॉमन है… मीडिया कल भी बिकाऊ था , और आज भी.…
Talkinhg about TV News Channels…
mamla fix hai, in fixarou ko khaderane ki jarurat hai.
ye patrakar nahi dalal hai jaisa ki arvind ji kahte hai..
pure desh me arbind kejriwal se bara farji sarve karne bhi koi nahi hai , sabse bara farji sarve to kjriwal karte hai jisme apne parti ke logo ki ray ko delhi ki janta batakar aam aadmi parti ko no . 1 batata hai….
ye patrakar nahi modi ke dalal hai…
इन्डिया टूडे ग्रूप पत्रकारिता के रौ-रौ पतन की पराकाष्ठा है।पत्रकारिता के साथ वेश्यावृति कैसे होती है इस ग्रूप के किसी कार्यक्रम को देखने से पता चल जायेगा। केजरीवाल ने ऐसी पत्रकारिता करने वालों को सजा देने की बात कही थी।लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ की गरिमा को गिराने वा लो के खिलाफ देशद्रोह का नहीं तो BEACH OF TRUST का मुकदमा चलना चाहिये।
ye log sarkar ke dalal hai ..kuch din pahale nmodi ji ke sath photo khichwane me mast the.to un logo ka kam hai dlali karna