हमें यह साझा करते हुए खुशी हो रही है कि हिंदी के महत्वपूर्ण कवि वीरेन डंगवाल की संपूर्ण कविताओं का संकलन ‘कविता वीरेन’ प्रेस में है और आगामी 20 जून से यह बिक्री के लिए उपलब्ध हो जाएगा. इस संकलन की लम्बी भूमिका वीरेन जी के मित्र और हिंदी के महत्वपूर्ण कवि मंगलेश डबराल ने लिखी है और पूरी किताब का प्रोडक्शन मशहूर चित्रकार अशोक भौमिक की देख –रेख में संपन्न हुआ है .
476 पृष्ठों में फैले इस संकलन में उनके अब तक प्रकाशित तीन कविता संग्रहों – ‘इसी दुनिया में’ ( 1991) , ‘दुश्चक्र में स्रष्टा’ ( 2002) और ‘स्याही ताल’ ( 2009)- की कविताएँ और असंकलित व नयी कविताएँ शामिल हैं जिनकी कुल संख्या 227 है. इस संग्रह में ‘पहल’ पत्रिका के आग्रह पर उनके द्वारा नाज़िम हिक़मत की 49 कविताओं के अनुवाद को भी परिशिष्ट की तरह शामिल किया गया है.
हमारी पांच सदस्यों की संपादन टीम की पूरी कोशिश रही है कि किताब में प्रूफ और संपादन संबंधी कोई गलती न रह जाय. अगर हम दिशा में सफल रहे तो इसका पूरा श्रेय टीम को मिलना चाहिए. अगर गलतियाँ फिर भी रह गयीं तो हम इस किताब के अगले संस्करण में उन्हें जरूर दुरुस्त कर लेंगे. किताब के आवरण को अंतिम रूप देने में मशहूर छायाकार और घुमक्कड़ अपल और विज़ुअल आर्टिस्ट अंकुर का सहयोग मिला है.
476 पृष्ठों की डिमाई साइज़ की यह किताब शीशाशाई कंपनी के 70 gsm नेचुरल शेड काग़ज़ पर मुद्रित की गयी है और जिसका आवरण बहुरंगी है और 170 gsm के आर्ट पेपर पर मुद्रित है. किताब का पेपरबैक और हार्डबाउंड संस्करण तैयार किया गया है जिनका मूल्य क्रमश 475 और 800 रुपये है. पेपरबैक संस्करण की बिक्री का तरीका इस तरह सोचा गया है :
1 से 5 प्रतियाँ = बिना डाक खर्च के 475 रुपये एक प्रति के लिए
6 से 10 प्रतियाँ = 10% छूट के साथ 428 रुपये एक प्रति के लिए, डाक खर्च अलग से
11 से 15 प्रतियाँ = 15% छूट के साथ 405 रुपये एक प्रति के लिए, डाक खर्च अलग से
16 से 20 प्रतियाँ = 20% छूट के साथ 381 रुपये एक प्रति के लिए, डाक खर्च अलग से
21 से 25 प्रतियाँ = 25% छूट के साथ 358 रुपये एक प्रति के लिए, डाक खर्च अलग से
26 से ज्यादा = 30 % छूट के साथ 334 रुपये एक प्रति के लिए, डाक खर्च अलग से
किताबों की कीमत के भुगतान के लिए बैंक ट्रांसफर करने के लिए खाते की डिटेल इस तरह है :
Account name : Sanjay Joshi
Account number : 30008505658
Bank : SBI
IFSC : SBIN0004326
Branch : Sector 15, Vasundhara, Ghaziabad
उम्मीद है हमें आपका पूरा सहयोग मिलेगा और तब ही शायद प्रकाशन में साफ-सुथरा रास्ता बन सके. सलंग्न फ़ाइल में इस किताब का आवरण और संग्रह के लिए लिखी गयी मंगलेश डबराल की लम्बी भूमिका दी जा रही है.
संजय जोशी ‘नवारुण’ से संपर्क 9811577426 या [email protected] के जरिए करें.
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शीघ्र प्रकाश्य ‘कविता वीरेन’ में मंगलेश डबराल की भूमिका पढ़िए