सलीम अख़्तर सिद्दीक़ी-
ये देर सबेर होना ही था। कई लोग कई बार कह चुके हैं कि जो कुछ हो रहा है, उससे विदेशों में गलत संदेश जा रहा है। नूपुर शर्मा के बयान से किनारा कर लिया गया है, लेकिन सिर्फ पल्ला झाड़ लेने से क्या होगा? भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को गंभीरता से सोचना होगा कि वे कहां तक जाना चाहता है? फिलहाल नूपुर शर्मा को भाजपा ने 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
दुनिया इतनी बड़ी नहीं रही कि कहीं भी बोला गया शब्द, जो रिकॉर्ड हो गया हो, सीमित दायरे में सिमट जाएगा। वो पूरी दुनिया में चंद सेकंड में पहुंच जाता है। वैचारिक मतभेद अपनी जगह, लेकिन लाइव डिबेट में किसी के पैग़म्बर के बारे में उल्टा सीधा कहेंगे, तो बात दूर तलक जाएगी।
मोहन भागवत को शायद इलहाम हो गया था कि बात दूर तक जा रही है, इसलिए उन्हें कहना पड़ा के हर मस्जिद में शिवलिंग ढूंढना बंद करें। लेकिन अब मोदी आरएसएस और भाजपा से बड़े हो गए हैं। इसलिए भागवत की बात को हवा में उड़ा दिया गया। भाजपा को इलहाम नहीं होगा कि बात इतनी बढ़ जाएगी कि भारतीय उत्पादों का बहिष्कार शुरू हो जाएगा।
नूपुर शर्मा को तब निष्कासित किया गया, जब पानी सर से ऊपर चला गया। पता नहीं अब हालात कुछ बदलेंगे या नहीं। चूंकि मोदी आरएसएस और भाजपा से ऊपर हो गए हैं, इसलिए मोदी को इस बारे में कुछ तो बोलना चाहिए। उनकी चुप्पी का मतलब है, वे खुद चाहते हैं, देश का माहौल ऐसा ही रहे।
Ravindra nath kaushik
June 14, 2022 at 9:31 am
अपने हदीस से उल्टी-सीधी बातें निकलवाओ ना? कुरान की भी 22 आयतें संविधान और कानून के खिलाफ है। हटवाओ उन्हे। बात दूर तक जायेगी लेकिन गुरूत्वाकर्षण का सिद्धांत सब जगह लागू होगा। अरब देशों के दम पर उछल-कूद की एक लिमिट है। अरबी हो नहीं, भारतीयों में अरबी कल्चर घुसेडने की कोशिश कितनी दूर तक जायेगी?