संजय कुमार सिंह-
कोविड फैलने का डर और राहुल गांधी की सुरक्षा में चूक
दो महत्वपूर्ण खबरों में अखबारों की पसंद और पत्रकारिता
इंडियन एक्सप्रेस में आज केंद्र के कोविड अलर्ट की खबर लीड है। मेरे दूसरे अखबारों ने आज इस खबर को इतना महत्व नहीं दिया है। दिलचस्प यह भी है कि इंडियन एक्सप्रेस ने पहले पन्ने पर लीड के साथ प्रधानमंत्री की एक फोटो लगाई है जिसमें वे कार में मास्क लगाए बैठे दिखाई दे रहे हैं। इस फोटो के कैप्शन से बताया गया है कि उनकी मां को अहमदाबाद के अस्पताल में दाखिल कराया गया था और वे वहां उनसे मिलकर निकल रहे हैं।
इस तरह कोविड अल्ट का मामला गंभीर बनाया, दिखाया या बताया गया है। दूसरी ओर, द टेलीग्राफ ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दिल्ली सुरक्षा में चूक पर केंद्र सरकार को लिखी गई कांग्रेस की चिट्ठी को लीड बनाया है। आप जानते हैं कि संयोग हो या प्रयोग यात्रा के दिल्ली पहुंचने के समय अचानक कोविड का शोर शुरू हुआ और जो भाजपा के तीन सांसदों की शिकायत पर स्वास्थ्यमंत्री की कार्रवाई के बाद गंभीर लगने लगा। और राहुल गांधी से यात्रा स्थगित करने का निवेदन किया जा चुका है।
इससे पहले, द टेलीग्राफ ने 26 दिसंबर के अपने अंक में प्रधानमंत्री की दो तस्वीरें छापकर बताया था कि प्रधानमंत्री रविवार को अटल बिहारी वाजपेयी के स्मारक पर माल्यार्पण करने गए तो मास्क लगाए हुए थे और संसद में उन्हें श्रद्धांजलि देते वक्त मास्क नहीं लगाया था। अगर फिर से कोविड फैलने का डर है, सावधानी बरती जानी है तो मास्क लगाना चाहिए। पर मंत्री और प्रधानमंत्री भी कभी लगाएं, कभी न लगाएं तो अखबार भी क्या इशारा मानें?
कुल मिलाकर, कई खबरों और कारणों से लग रहा है कि कोविड के फिर से फैलने की खबरों का संबंध राहुल गांधी की यात्रा की सफलता और उसके दिल्ली पहुंचने से है और कुछ अखबार इस खबर को महत्व देते और कुछ नहीं देते साफ नजर आ रहे हैं। दिलचस्प यह है कि कोविड जब खूब फैला हुआ था तब प्रधानमंत्री मास्क उतनी गंभीरता से नहीं लगाते थे जितनी गंभीरता से अब लगा रहे हैं।
कोविड फैलने का डर अगर महत्वपूर्ण खबर है तो राहुल गांधी की सुरक्षा में चूक और उसपर कांग्रेस का एतराज साधारण नहीं है। कोविड तो जब फैलेगा तब फैलेगा और उससे बचने के लिए क्या किया जाना चाहिए उसपर मतभिन्नता हो सकती है लेकिन जो देश राहुल गांधी और उनकी दादी की रक्षा नहीं कर पाया वह राहुल की सुरक्षा को लेकर भी लापरवाह है या या उसमें चूक की शिकायत है तो वह निश्चित रूप से बड़ा खबर है। अव्वल तो इसपर सरकार का पक्ष भी साथ ही छपना चाहिए लेकिन अब उसका रिवाज नहीं था तो खबर छोड़ नही दी जानी चाहिए लेकिन देखिए कि आपके अखबार ने इस खबर को कितना महत्व दिया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया में यह खबर फोल्ड के नीचे तीन कॉलम में है तो हिन्दुस्तान टाइम्स में टॉप पर सिंगल कॉलम में। इंडियन एक्सप्रेस में यह खबर पहले पन्ने पर है ही नहीं। द हिन्दू ने भी कोविड फैलने की खबर को तो लीड बनाया है लेकिन राहुल गांधी की सुरक्षा में चूक की खबर पहले पन्ने से पूरी तरह गायब है। इसी तरह, यात्रा 24 दिसंबर को दिल्ली आई और इसी दिन शाही ईदगाह के मामले में मथुरा कोर्ट का ऑर्डर आया। जाहिर है, अभी के माहौल में वही खबर लीड थी और राहुल गांधी की यात्रा की खबर कोविड के शोर और अदालत के फैसले के आलोक में दब गई।