

न्यूज़ इंडिया के चेयरमैन डॉ बलवीर सिंह तोमर के साथ ही मैनेजमेंट की टॉप अधिकारी दीक्षा शर्मा और विश्वविजय सिंह समेत कई लोगों के ख़िलाफ़ पुणे के येरवडा पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज कराई गई है।
पुणे पुलिस ने इस बाबत पूछताछ के लिए कई नोटिस भेजे हैं, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं दिया गया है। जयपुर और पुणे से सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक़ ये सारा मामला ब्यूरो के फ़्रेंचाइज़ी मॉडल के विवाद से जुड़ा है।
बताया जा रहा है कि एक ही ब्यूरो को लेकर कई-कई लोगों से डील की गई, जिससे आर्थिक नुक़सान की बाबत शिकायत दर्ज कराई गई है। विनोद कुमार ओझा ने इकॉनॉमिक फ़्रॉड की शिकायत की है, जिस पर पुणे पुलिस ने २७ दिसंबर २०२१ को एक समन भेजा था।
पुणे पुलिस ने डॉ तोमर और उनकी जयपुर टीम को पूरे काग़ज़ात के साथ हाज़िर होने का निर्देश दिया है। इस बाबत जब कोई जवाब नहीं मिला तो दूसरा समन १२ जनवरी २०२२ को भेजा गया। बताया जा रहा है कि इस तरह के कई विवाद दूसरे ब्यूरो के साथ भी सामने आ सकते हैं, हालाँकि मैनेजमेंट के लोग ऐसे हर सवाल पर चुप्पी साध लेते हैं।
भड़ास तक जो डॉक्यूमेंट्स पहुँचे हैं, उसके मुताबिक़ ये सारा विवाद जयपुर में २४ सितंबर २०१९ को साइन किए गए एक मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेंडिंग को लेकर है। ओमेगा टीवी प्राइवेट लिमिटेड की तरफ़ से सीईओ दीक्षा शर्मा और बिस मीडिया हाउस की तरफ़ से बिनोद कुमार ओझा ने इस डील को अंजाम दिया है।
महाराष्ट्र में कवरेज के नाम पर दो साल की अवधि के लिए क़रीब १.५ करोड़ रुपये प्रति वर्ष की डील की गई। इस डील में कई प्वाइंट हैं, जो पत्रकारिता के प्रोफेशनल एथिक्स के ख़िलाफ़ हैं।
आरोप है कि इस तथाकथित डील को भी मैनेजमेंट ने बिना किसी ठोस दलील के तोड़कर कुछ और लोगों को महाराष्ट्र में कवरेज करने की इजाज़त दी।
इस दोहरी डील पर हुई शिकायत की वजह से न्यूज़ इंडिया का मैनेजमेंट क़ानूनी पचड़े में फँसता नज़र आ रहा है। बताया जा रहा है कि क़ानूनी विवादों से इस संस्थान का पुराना नाता रहा है।
करीब ३ माह पहलें राष्ट्रीय चैनल के तौर पर फ़िल्म सिटी, नोएडा से रिलॉन्च न्यूज़ इंडिया में संपादकीय विभाग और मैनेजमेंट के बीच भी हाल में ही काफ़ी खींचतान शुरू हो गई। बताया जा रहा है कि चैनल में ब्यूरो के साथ डीलिंग का ज़िम्मा हमेशा से एमडी दीक्षा शर्मा ख़ुद अपने हाथों में रखा और तानाशाही तरीक़े से इसे लागू कराने की कोशिश की।
सूत्रों की माने तो चेयरमैन की ओर से दीक्षा शर्मा को खुली शह मिली हुई है। न्यूज़ इंडिया चैनल में मची भगदड़ को भी इसकी वजह माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि जब से न्यूज़ इंडिया के नोएडा दफ़्तर में मैनेजमेंट का दखल बढ़ा है, तब से टीम में गहरा असंतोष है। मैनेजमेंट ने एडिटोरियल टीम के ज़्यादातर सवालों पर चुप्पी साधने की रणनीति बना रखी है, उन्हें अंधेरे में रखा जा रहा है।