भारत चौधरी–
हमारे देश की अजीब विडम्बना है कि पुलिस यदि कानून व्यवस्था सुधारना चाहती है तो तमाम कथित पत्रकार, वकील और नेता बीच में आ जाते हैं और दबंगों के पक्ष में एकजुट हो जाते हैं। परन्तु जब कानून व्यवस्था बिगड़ती है तो सब लोग पुलिस को दोष देते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या पुलिस जो कर रही है वह सही तरीका है ??
ताजा मामला कानपुर के काकादेव थानाक्षेत्र का है, यहां बीते दिनों इलाकाई दबंग विष्णू ठाकुर ने अपने गैंग के साथ महिला पत्रकार अंजली सिंह पर हमला किया था। दबंगों ने महिला पत्रकार के घर पर चढ़ कर गोलियां एवं बम चलाये तथा जम कर हंगामा किया। ये पूरी घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गयी। अंजली सिंह की शिकायत पर उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर काकादेव पुलिस ने 147/ 148/ 149/ 427/ 336/ 323/ 352/ 307/ 504 और 506 आईपीसी के तहत मुकदमा संख्या 12/2021 दर्ज करके तत्परतापूर्वक सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। बताते चलें कि आरोपियों के पास से 4 तमन्चे और कई जिन्दा कारतूस भी बरामद हुये थे। यही नहीं आरोपियों के खिलाफ कई थानों से गम्भीर धाराओं में मुकदमे पहले से दर्ज पाये गये।
अब सवाल ये उठता है कि जब पुलिस ने बढिया काम करते हुये समाज को बदमाशों से मुक्त करने का प्रयास किया तो वो लोग कौन हैं ?? और आखिर चाहते क्या हैं ?? जो इस कार्यवाही का निरन्तर विरोध कर रहे हैं । सूत्रों की माने तो पिछले दो दिनों से लगातार कुछ लोग सोशल मीडिया पर कैम्पेन चला कर झूठी खबरें और पुराने वीडियो काटछांट करके प्रसारित कर रहे हैं और पीडिता एवं उसके समर्थकों का चरित्रहनन कर रहे हैं। क्या यहां ये माना जाये कि आरोपी दबंग विष्णु ठाकुर और उसके साथियों को जेल भेजे जाने से उसके कुछ हितैषियों को बहुत तकलीफ हो रही है और वो लोग एकजुट हो कर अंजली सिंह के खिलाफ साजिश रचने में जुटे हैं। अफसोस की बात ये है कि इन लोगों में कुछ पत्रकार भी शामिल हैं, जो अब खुल कर दबंगों और बदमाशों की तरफदारी करते दिख रहे हैं।
इस तरह की एजेन्डा पत्रकारिता करने वाले खुद को कथित रूप से मेन स्ट्रीम पत्रकार बताते हैं और दूसरों को सदैव फर्जी कह कर अपनी कुंठा छुपाने का प्रयास करते हैं। जबकी असलियत ये है कि ये खुद अवैध वसूली करवाने, वेश्यावृत्ति करवाने, जमीनों पर कब्जा करवाने और थाने की दलाली करने में लिप्त हैं पर अपने गिरहबान में झांके बगैर ये लोग दूसरों पर छींटाकशी करने में अपनी शान समझते हैं। हुक्काबार, शराब ठेकों और स्पा सेंटर से वसूली करना, गुंडे बदमाशों को संरक्षण देना और अपने संगठन/क्लब/सोसायटी की आड़ में फ़र्ज़ी पत्रकार पैदा करना इनका धंधा है। इतना ही नहीं इनके गोरखधंधे इतने ज्यादा हैं कि इनमें से कई विगत कुछ सालों में ही करोड़पति बन बैठे हैं।
हमारे सूत्र बताते हैं कि स्वराज इण्डिया स्कूल के पीछे, जाजमऊ में, आर्य नगर में, काकादेव में, गुमटी में और पटकापुर में स्पा की आड़ में चलाये जाने वाले सेक्स रैकेट इन लोगों के ही संरक्षण में चल रहे हैं। यही नहीं स्वरूप नगर का अवैध डान्स बार तथा हुक्का बार, अनेक अवैध वाहन स्टैण्ड, घण्टाघर के होटलों में होने वाला देह व्यापार, जमीनों पर अवैध कब्जे का कारोबार और अवैध शराब का कारोबार इनके की वरदहस्त में चल रहा है। यहां से होने वाली कमाई से ये कथित मेन स्ट्रीम पत्रकार करोड़पति बन रहे हैं और वसूली का आरोप हमेशा गरीब, कमजोर और सत्यवादी पत्रकारों पर लगाया जाता है। असल में यहां पूरा नेटवर्क बना हुआ है जिसमें पत्रकार, नेता और दबंग अपराधी शामिल हैं। ये लोग मिल कर तमाम अवैध कारोबार करते हैं और यदि कोई इनका विरोध करता है या इनकी पोलपट्टी खोलने की कोशिश करता है तो उसको फर्जी बता कर कुचल दिया जाता है। विष्णू ठाकुर और उसका गैंग इनके लिये हिटमैन का काम करता था, उसके जेल जाने से इनका नेटवर्क कमजोर पड़ने लगा और इसी कारण से सबने मिल कर बेचारी अकेली महिला अंजली सिंह को टारगेट करना शुरू कर दिया।
इलाकाई लोगों की माने तो हबूडा बस्ती के कई आदतन अपराधी, कल्यानपुर का एक भूमाफिया, एक शातिर अपराधी जिस पर 2 दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं, एक अनपढ मैकेनिक, कई बार जेल यात्रा कर चुके एक टप्पेबाज समेत कई शातिर इन दिनों पत्रकारिता का चोला पहन कर बगुला भगत बने हुये हैं। यही लोग दूसरों को फर्जी बताते फिरते हैं जो खुद सबसे बड़े फर्जी हैं। इन सबको संरक्षण देने वाले लोग खुद शहर के सबसे बड़े वसूलीबाज, भूमाफिया और दबंग हैं।
जानकारी के अनुसार जिले के कुछ प्रशासनिक अधिकारियों की सलाह पर इन सबके खिलाफ पर्याप्त सबूतों के साथ एक समाजसेवी हाईकोर्ट में रिट लगा कर इनका स्थायी ईलाज करने की तैयारी कर रहे हैं। तब तक हम कानपुर पुलिस को शुभकामनायें देते हैं कि इसी प्रकार विष्णू ठाकुर जैसे दबंगों का इलाज करते रहिये और जिले के कथित मठाधीशों के दबाव में बिलकुल मत आइयेगा। दूसरों को फर्जी बताने वाले ये लोग स्वयं बेहद खोखले, ढपोरशंख और फर्जी हैं।
भारत चौधरी
(संवाददाता – एलर्ट सिटिजन)
कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश.
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