गौतमबुद्ध की नगरी कुशीनगर के थाना तरया सुजान पुलिस का कारनामा कुछ ऐसा ही है। इस क्षेत्र में अवैध शराब बनाने और इसकी सप्लाई पड़ोसी राज्य बिहार में कर काली कमाई के कारनामे से पूरा निज़ाम भलीभांति परिचित है। इतना ही नहीं बॉर्डर थाना होने के कारण ट्रकों और अवैध वाहनों से भी भारी भरकम वसूली की जाती है। शराब के अवैध कारोबार में तरयासुजान पुलिस की सक्रिय सहभागिता का लगातार खुलासा करने के एवज में थानाध्यक्ष सतेंद्र कुंवर ने पत्रकार पर ही फ़र्ज़ी मुकदमा लाद दिया।
राष्ट्रीय सहारा के तमकुही तहसील प्रभारी और जिले के वरिष्ठ पत्रकार रजनीश राय शराब के अवैध कारोबार का लगातार खुलाशा कर रहे हैं। इतना ही नहीं कई मामलों में अवैध वसूली में तरया थानाध्यक्ष की संलिप्तता का भी उन्होंने खुलासा किया है। इन सबको लेकर दुराग्रह से ग्रसित तरया थानाध्यक्ष ने पत्रकार रजनीश पर गत 24 अगस्त को अपराध सं. 549 /17 धारा 147,323,504,506,427,452,354 आईपीसी के तहत फर्जी मुकदमा पंजीकृत करवा दिया जिनमें इनके सहित कुल 11 लोगों के नाम शामिल किये गया हैं।
खास बात यह है कि इसी तहरीर पर 23 फरवरी 2015 को इन्ही ग्यारह लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया था और इसके अपराध सं. 212/15 में चार्जसीट भी लग चुकी है। लगातार तीन-तीन बार भारी मात्रा में स्प्रिट बरामद होने के बावजूद इन पर कोई करवाई नहीं हुयी। जिससे ये स्पष्ट है की साहब का जुगाड़ तगड़ा है। इसके पूर्व में भी थानाध्यक्ष अपनी अवैध वसूली को लेकर काफी चर्चित रहे हैं। अवैध वसूली के एक मामले में कैमरे में कैद हो जाने पर उन्हें निलंबित भी किया जा चूका है।
जिले के सारे पत्रकार श्री रजनीश के समर्थन में एकजुट हो गए हैं। जिले के पुलिस अधीक्षक को इस सम्बन्ध में अवगत करा कर फर्जी मुकदमा वापस लेने और दोषियों पर करवाई किये जाने का आग्रह किया गया था जिस पर उन्होंने सीओ कुशीनगर को जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस अधीक्षक के आदेश के 4 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक मामला ठंढे बस्ते में ही है और कोई करवाई नहीं हुई जो इनकी मंशा पर भी प्रश्न चिन्ह है।
राम प्रकाश राय की रिपोर्ट.