इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में किसी भी परिचर्चा में अगर किसी पत्रकार को बुलाया जाता है तो उसे चैनल द्वारा 2 से 5 हजार रूपए तक का चेक दिया जाता है लेकिन पिछले कोरोना काल के बाद से कुछ एक बड़े चैनल को छोड़ दें तो ये परंपरा अब खत्म होती जा रही है। पत्रकार मित्रवत या सम्बंधों के चलते तो चर्चा के लिए आ जाते हैं लेकिन उनके समय और उनके ज्ञान का सम्मान नहीं होता है।
कोरोना महामारी के बाद से पत्रकारों का स्टूडियो आना अब कम सा हो गया है क्योंकि वो अब ज्यादतर घर बैठकर ही चैनलो में लाइव पर रहते हैं। उन्हें पहले की तरह अब कोई भुगतान नहीं दिया जाता है, अगर कुछ एकथ संस्थान को छोड़ दें।
लेकिन साधना प्लस न्यूज ने अब एक नई श़ुरुआत की है। चैनल की यूपी ब्यूरो हेड सपना चारण ने बताया कि अब किसी पत्रकार, विशेषज्ञ या बुद्धिजीवी को जब भी किसी विशेष कार्यक्रम में उनकी प्रतिक्रिया ली जाती है तो हम उन्हें प्रति फोटो (फोन लाइन पर प्रतिक्रिया लेने के एवज में) 500 रुपए भुगतान करते हैं। इसके अलावा ज़िलों में कई बार महत्वपूर्ण ख़बर होती है जिसकी वहां के लोकल पत्रकारों को अच्छी जानकारी होती है। हम उन्हें भी ये राशि देते हैं जो हमारे संस्थान में नहीं हैं।
साथ ही स्टूडियो में बुलाए गए गेस्ट को 2100 रुपए की धनराशि हम देते हैं। आगे उन्होंने कहा कि ज्यादातर संस्थानों की किसी भी विषय पर परिचर्चा करके टीआरपी और एड रेवन्यू दोनों का ही फायदा होता है तो प्रोग्राम में आये गए गेस्ट या फोन लाइन पर रखे गये अतिथि को भुगतान करने में क्या दिक्कत है।