पत्रकार कपल वड़ा पाव वाले… चाहे जो हो बस सोच बदलनी चाहिए (लड़ते रहो बढ़ते रहो), इस स्लोगन को गढ़ने और अपनी कथनी को करनी में लगातार बदलने का काम कर रहे पत्रकार कपल ‘सुधा और जसवीर सिंह जस्सी’ ने एक नया वेंचर शुरू किया है. बीते दिनों सुधा और जस्सी ने पत्रकारिता जगत को अलविदा कहते हुए अपना वेंचर ‘पत्रकार कपल टिफिन सर्विस वाले’ शुरू किया था , जो उम्मीद के मुताबिक सफल हुआ. ये काम आज एक अच्छे स्तर पर रन कर रहे हैं.
अब इसी के साथ-साथ इस पत्रकर कपल ने नोएडा सेक्टर-19 के A ब्लॉक की मदर डेयरी वाली मार्किट में अपना एक और वेंचर शुरू कर दिया है जिसका नाम है ‘पत्रकार कपल वड़ा पाव वाले’. सुधा-जस्सी कहते हैं कि ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को कैसे जॉब दी जाए, इसी सोच के साथ उन्होंने अपने पहले वेंचर का विस्तार करते हुए दूसरा वेंचर शुरू किया है और आगे एंटरप्रिन्योर की रेस में एक और कदम बढ़ा दिया है.
वो कहते हैं ना कि ‘वो जवानी जवानी नहीं जिसकी कोई कहानी ना हो’. तो इस कपल की भी एक कहानी है कि कैसे इन्होंने पत्रकारिता को छोड़ अपना ही कुछ निजी बिज़नेस करने की ठान ली थी. दरअसल हुआ यूं था कि सुधा बीते 7 से 8 वर्षों से और जसवीर सिंह जस्सी बीते 15 वर्षों से मेन स्ट्रीम मीडिया में कार्यरत थे. लेकिन अचानक से एक मीडिया संस्थान ने कॉस्ट कटिंग कर दी.
आप जानते ही हैं जीवन में जब आपको सबसे ज़्यादा ज़रूरत जॉब और उससे मिले पैसों की हो और उसी समय आपकी जॉब चली जाए कॉस्ट कटिंग के नाम पर, सेलेरी आधी से भी कम हो जाए तो ऐसे में आप क्या करेंगे. अगर बुलंद इरादों, सटीक उसूलों और स्वाभिमान के धनी होंगे तो शायद पत्रकार कपल सुधा-जस्सी की तरह कुछ अलग और बेहतर करेंगे. भड़ास फ़ॉर मीडिया ऐसे हर इंसान के साथ खड़ा है जो अपने होने का सही एहसास इस समाज को कराएं, जैसा सुधा-जस्सी ने कराया है. इस पत्रकार कपल ‘सुधा-जस्सी’ को और इनके नए वेंचर ‘पत्रकार कपल वड़ा पाव वाले’ को ज़्यादा से ज़्यादा सपोर्ट और सहयोग करें ताकि इन्हें और हौसला मिल सके.
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