Sheetal P Singh : सिर्फ एनडीटीवी और एबीपी न्यूज़ ही यह सूचना लोगों तकपहुंचा रहे हैं कि जय शाह की संपत्ति 16000 गुना बढ़ी| जबकि यह खुद जय शाह ने अपने रिटर्न में दाखिल किया है| बाकी सारे चैनल/ अखबारों के वेबपेज आज करवा चौथ के व्रत पर हैं!
Avinish Mishra : भक्तों की गुप्त डायरी से… मोटा भाई ने कोई घोटाला नहीं किया है.. मोटा भाई का संपत्ति तीन सौ गुणा नहीं बढ़ा है.. मोटा भाई के बेटे का बिजनेस 16000 गुणा नहीं बढ़ा है.. ये सब कोरी अफवाह है.. पार्टी को बदनाम करने कि साजिश है.. वामपंथी साजिश एक बार फिर नाकाम होंगे.. सुधर जाओ वामपंथियों.. दूध जैसे मोटा भाई पर दाग लगा रहे हो?? आई लव मोटा भाई.. आई लव जै भाई.. आई लव मोदी.. धन्यवाद!!
Dilip Khan : दो ही बातें हो सकती हैं। या तो जय शाह ने ईमानदारी से पैसे कमाए या फिर बेइमानी से। अगर ईमानदारी से कमाए तो जय शाह उद्यमियों का नायक हो सकता है। लेकिन सारे भक्त जिस तरह इस स्टोरी पर रिएक्ट कर रहे हैं, उससे ईमानदारी वाली बात ख़ुद ही ख़ारिज हो जा रही है। भक्त ख़ुद ही मिट्टी पलीद कर देते हैं वरना मैं तो शुरू से कह रहा कि जय शाह ने “दीन दयाल उपाध्याय पुत्रोन्नति योजना” के तहत पैसे कमाए। जय शाह जब उद्यमी बना तो कुछेक हज़ार रुपए से शुरुआत की। जय शाह को 2013-14 में 1,724 रुपए का घाटा हुआ। फिर जय शाह के पापा जिस पार्टी के अध्यक्ष थे, वो सत्ता में आ गई। जय शाह की कंपनी अगले ही साल साढ़े 80 करोड़ रुपए का व्यापार करने लग गई। ये देखकर पूरे देश में खुशहाली छा गई। अभूतपूर्व विकास देखकर लोगों ने रोटी की जगह केक खाना शुरू कर दिया। यूनेस्को ने इसे सर्वश्रेष्ठ विकास घोषित कर दिया। [आप चाहें तो जय शाह को विकास शब्द से रिप्लेस करके भी पढ़ सकते हैं]
वरिष्ठ पत्रकार शीतल पी सिंह, अविनीश मिश्रा और दिलीप खान की एफबी वॉल से.
इन्हें भी पढ़ें…
अमित शाह की ओर से पीयूष गोयल ने ‘द वायर’ पर 100 करोड़ का आपराधिक मुकदमा ठोकने की बात कही
xxx