उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत खुद स्टिंग को लेकर सफाई देने मीडिया के सामने आए. उन्होंने स्टिंग करने वाले समाचार प्लस चैनल के उमेश शर्मा का नाम लिए बगैर उन पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि जितने कम समय में इस आदमी ने जितनी बड़ी प्रापर्टी इकट्ठी की है, वह अगर कुबेर भी किसी पर कृपा कर दें तो नहीं जमा कर सकता. हरीश रावत ने कहा कि उमेश शर्मा का काम नेताओं को ब्लैकमेल करना है.
उत्तराखंड के प्रत्येक मुख्यमंत्री को उमेश शर्मा ने अपने दबाव में लेने की कोशिश की और जो इनके दबाव में न आया उसे स्टिंग जैसी चीजों से गुजरना पड़ा. हरीश रावत ने नेशनल मीडिया से अपील की कि वे लोग पत्रकारिता को कलंकित करने वालों के इतिहास को भी खंगालें और अगर उनकी बात झूठी निकली तो वह अपनी गलती मानने के लिए तैयार हैं. हरीश रावत ने स्टिंग को पूरी तरह झूठ और फर्जी करार दिया. उन्होंने कहा कि कुछ मीडिया वाले, भाजपा के नेता और बाबा लोग मिलकर उनकी सरकार को गिराने में लगे हैं.
मुख्यमंत्री रावत ने स्टिंग के सूत्रधार का नाम लिये बिना कहा कि जिस व्यक्ति की बात कही जा रही है, वह जब किसी अधिकारी से पत्रकार के रूप में मिलते हैं तो वे डरे रहते हैं कि पता नहीं किसी चीज का वह क्या फायदा उठायेंगे. यह एक ऐतिहासिक तथ्य है. उन्होंने कहा कि उक्त व्यक्ति का खाक से लेकर मीडिया का मालिक व करोड़ों की संपत्ति का मालिक होना एक रहस्य है. अगर कुबेर की भी कृपा हो तो इतनी जल्दी इतना धनाढ्य कोई नहीं हो सकता, जितना जल्दी यह महाशय हुए. हरीश रावत ने कहा कि वह व्यक्ति हर सीएम को अपने दबाव में लेने की कोशिश करता है और जो दबाव में नहीं आते उन्हें ऐसी ही स्थिति से गुजरना पड़ा है. यह बात देहरादून के हर पत्रकार को, हर अहम व्यक्ति को मालूम है.
एक नापाक गठबंधन बना है, उत्तराखंड के राजनीतिक लोगों को ब्लैकमेल करने वाले तथाकथित पत्रकार, बागी धनलोलुप विधायक निर्वाचित सीएम का सर कलम करने के लिए तैयार हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं राष्ट्रीय मीडिया से अपील करता हूं कि मेहरबानी कर इस व्यक्ति के इतिहास को जरूर खंगालें और मैंने जो कुछ कहा है उसमें सत्यता नहीं होगी तो मैं राष्ट्रीय मीडिया के सामने आकर माफी मांगूंगा.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रेस कान्फ्रेंस में खुद के स्टिंग को गलत बताया. उन्होंने कहा कि यह स्टिंग साबित करता है कि बागी विधायक पहले कांग्रेस से भाजपा के साथ पैसे के लिए गये और पैसे के लिए ही वे बातचीत करना चाहते थे. उन्होंने कहा कि सीडी झूठी है. उन्होंने कहा कि बागी विधायक ज्वाइंट फ्रंट के तहत भाजपा के हमसफर बने. हमारी नजर में वे अब कांग्रेस में नहीं है. रावत ने कहा कि इस संबंध में हमने याचिका दायर की है.
हरीश रावत बोले, पूरी तरह झूठा है स्टिंग ऑपरेशन
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रदेश की सियासत में हलचल मचाने वाले स्टिंग ऑपरेशन को फर्जी बताया है. सीएम ने कहा कि स्टिंग ऑपरेशन में कोई भी सच्चाई नहीं है. देहरादून में प्रेस कांफ्रेंस में हरीश रावत ने बताया, ‘स्टिंग ऑपरेशन ब्लैकमेल करने की साजिश है और वे लोग इसमें कामयाब नहीं हो पाएंगे. सच्चाई तो यह है कि बागी विधायक ही पैसे के लिए बात करना चाहते थे.’
सीएम ने कहा कि स्टिंग करने वाले पत्रकार के पास जितनी संपत्ति है, इतनी संपति कुबेर की मेहरबानी से भी कोई नहीं बना सकता. इस पूरे मामले में स्टिंग करने वाला शख्स पत्रकार के रूप में मिलता है, जिसकी कोई हैसियत ही नहीं है. यह पूरी तरह दबाव बनाने की साजिश है और सरकार इस जाल में नहीं फंसेगी. इससे पहले, उत्तराखंड कांग्रेस के बागी विधायक हरक सिंह रावत ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री हरीश रावत पर विधायकों को खरीदने की कोशिश करने का आरोप लगाया. प्रेस कॉन्फ्रेंस में बागी विधायकों ने हरीश रावत के स्टिंग ऑपरेशन की एक सीडी भी जारी की. इस वीडियो में हरीश रावत बागी विधायकों को पैसों का ऑफर देते दिखाई दे रहे हैं.
हरक सिंह रावत ने कहा कि सरकार बचाने के लिए हरीश रावत बागी विधायकों के साथ-साथ भाजपा विधायकों को भी पैसों का लालच दे रहे हैं. वहीं, कांग्रेस से निष्कासित किए गए साकेत बहुगुणा ने दावा किया है यह स्टिंग ऑपरेशन पत्रकार उमेश शर्मा ने किया था. उन्होंने कहा कि हरीश रावत में हमें खरीदने की क्षमता नहीं है.
इससे पहले उत्तराखंड कांग्रेस के बागी विधायक हरक सिंह रावत ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री हरीश रावत पर विधायकों को खरीदने की कोशिश करने का आरोप लगाया है. हरक सिंह रावत ने कहा कि सरकार बचाने के लिए हरीश रावत बागी विधायकों के साथ-साथ भाजपा विधायकों को भी पैसों का लालच दे रहे हैं. यही नहीं उन्होंने सीएम हरीश रावत से बागी विधायकों की जान को खतरा होने की आशंका भी जाहिर की है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में बागी विधायकों ने मुख्यमंत्री हरीश रावत के स्टिंग ऑपरेशन की एक सीडी भी जारी की है. इस वीडियो में हरीश रावत बागी विधायकों को पैसों का ऑफर देते दिखाई दे रहे हैं.
हरक और हरीश की बात कराने गए उमेश ने स्टिंग कर लिया!
कांग्रेस से निष्कासित किए गए साकेत बहुगुणा ने दावा किया है कि यह स्टिंग ऑपरेशन पत्रकार उमेश शर्मा ने किया था. बागी विधायकों का नेतृत्व कर रहे पूर्व सीएम विजय बहुगुणा के बेटे साकेत बहुगुणा ने कहा कि हरीश रावत में हमें खरीदने की क्षमता नहीं है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में हरक सिंह रावत, सुबोध उनियाल और साकेत बहुगुणा भी मौजूद थे. जानकारी के अनुसार, 23 मार्च को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पत्रकार उमेश कुमार मुख्यमंत्री हरीश रावत और हरक सिंह रावत की बात कराने गए थे, तभी इस बातचीत का उन्होंने स्टिंग ऑपरेशन कर लिया.
इस स्टिंग ऑपरेशन में सीएम हरीश रावत विधायकों की खरीद-खरोख्त के लिए 25 करोड़ रुपए तक का ऑफर देते सुनाई दे रहे हैं. स्टिंग ऑपरेशन में हरीश रावत कर रहे हैं पैसों के लेन-देन की बातचीत करते दिखाई दे रहे हैं. मुख्यमंत्री पैसों के लेन-देन में अपनी मां की कसम खाते हुए भी दिख रहे हैं. वहीं, मुख्यमंत्री के स्टिंग ऑपरेशन की सीडी सामने आने के बाद इसको लेकर विधानसभा में भी चर्चाओं का दौर गर्म रहा. विधानसभा में भी कार्मिकों ने टीवी चैनल्स पर स्टिंग ऑपरेशन देखा.
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