संपादक
भड़ास4मीडिया
महात्मा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा में इन दिनों भ्रष्टाचार, धाधली, जातिवाद, क्षेत्रवाद का बोल बाला जोरों पर है. अकादमिक, प्रशासनिक और आर्थिक भ्रष्टाचार का भंडा फोड़ होना ही चाहिए, इसके लिए आपका सक्रिय पत्रकारीय सहयोग अपेक्षित है.
बहरहाल, यह मेल विश्वविद्यालय द्वारा पीएचडी, एमफिल प्रवेश परीक्षा में किए जा रहे बड़े पैमाने पर धाधली के सन्दर्भ में है. बार बार प्रतिवेदन देने, एमएचआरडी तक शिकायक पहुँचाने के बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन विद्यार्थियों के हित को ठेंगे पर रखकर मनमानी करने पर उतारू है.
कृपया संलग्न सामग्री का संज्ञान लेकर विद्यार्थियों के हित में हमारी आवाज़ बुलंद करिए.
सधन्यवाद,
बिमलेश कुमार
मंत्री
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद,
महात्मा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय इकाई, वर्धा