वरिष्ठ पत्रकार द्वय सिद्धार्थ वरदराजन और आनंद मंगनाले के आईफोन में जासूसी वायरस ‘पेगासस’ मिला है. आईफोन संचालित करने वाली कंपनी एप्पल ने इन पत्रकारों सहित कई विपक्षी नेताओं को सूचना दी थी कि उनके फोन हैक किए जाने की कोशिश हो रही है. इसके बाद इन दोनों पत्रकार ने अपने आईफोन जांच के लिए एमनेस्टी इंटरनेशनल को दिए थे.
पेगासस इजराइल का एक जासूसी सॉफ्टवेयर है. पत्रकारों के अलावा कांग्रेस नेता शशि थरूर, तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा और आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा के आईफोन में हैकिंग का प्रयास किया गया था और इसके लिए एप्पल ने एलर्ट जारी किया था.
इस पूरे प्रकरण को लेकर भारतीय मीडिया तो चुप है लेकिन अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट में विस्तार से न्यूज प्रकाशित हुई है. एमनेस्टी इंटरनेशनल के हवाले से वाशिंगटन पोस्ट में छपी खबर में दो भारतीय पत्रकारों के फोन टारगेट किए जाने की जानकारी दी गई है. इन पत्रकारों के फोन की फारेंसिक जांच वॉशिंगटन पोस्ट के साथ पार्टनरशिप में एमनेस्टी इंटरनेशनल की सिक्योरिटी लैब में की गई.
पेगासस पीड़ित पत्रकार सिद्धार्थ वरदराज ‘द वायर’ के संस्थापक और संपादक हैं. वहीं पत्रकार आनंद मंगनाले संगठित अपराध और भ्रष्टाचार रिपोर्ट प्रोजेक्ट (OCCRP) के दक्षिण एशिया के संपादक हैं.
इस पूरे प्रकरण को विस्तार से समझने जानने के लिए इन खबरों को पढ़ें-