‘खबर भारती’ नाम से न्यूज चैनल चलाने वाले एक चिटफंडिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इंदौर से मिली सूचना के मुताबिक अवैध तरीके से बैंकिंग कारोबार करने वाली सांई प्रसाद इंटरप्राइजेज चिटफंड कंपनी के सीएमडी पुष्पेंद्र सिंह बघेल को भोपाल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने उसे इंदौर के राजेन्द्र नगर थाना क्षेत्र के एक होटल से उस दौरान गिरफ्तार किया जब वह अपने ड्राइवर के नाम से रजिस्टर्ड एक चिटफंड कंपनी से जुड़े एजेंटों को ठगी करने के तरीके बता रहा था.
बघेल की आधा दर्जन से अधिक अलग-अलग नाम की फर्मों पर देशभर में करीब 26 सौ करोड़ रुपए का घोटाले का आरोप है. जांच एजेंसी सेबी उसके स्वामित्व की कई चिटफंडी कंपनियों को ब्लैक लिस्टेड घोषित कर चुकी है. इधर, पुष्पेन्द्र की गिरफ्तारी की भनक लगते ही प्रवर्तन निदेशालय की टीम भी सक्रिय हो गई है. सूत्रों की मानें तो साईं प्रसाद चिटफंड कंपनी आरबीआई के बिना अनुमति के संचालित थी.
साईं प्रसाद चिटफंड कंपनी ने पूरे भारत में करीब 26 सौ करोड़ का गोरखधंधा फैला रखा था. इसका मास्टरमाइंड पुणे का बाला साहब भापकर है ,जो कंपनी का प्रमुख कर्ताधर्ता है. इस कंपनी के कर्ताधर्ता लोगों को दोगुना रकम का लालच देकर फरार हो जाते थे. देशभर के छह राज्यों में इनका गोरखधंधा फैला था. पुष्पेन्द्र मूलत: शहडोल का रहने वाला है. चिटफंड कंपनी की शुरुआत उसने शहडोल, रीवा समेत उत्तरप्रदेश के कुछ जिलों से शुरू की थी. उसकी कंपनियों के गोरखधंधे की जांच नहीं हो सके, इसके लिए उसने कुछ साल पहले एक नेशनल न्यूज चैनल शुरू किया था. जो फिलहाल बंद बताया जा रहा है. प्लास किसान एग्रोटेक लिमिटेड, पर्ल एग्रोटेक कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएसीएल, प्लस), सांई प्रकाश ग्रुप ऑफ कंपनी, सांई प्रसाद फूड्स लिमिटेड, सांई दीप, श्रद्धा इंडिया सेल्फ हेल्प ग्रुप सरल, जेकेवी मल्टी स्टेट कंपनी, डॉल्फिन कंपनी, वास्तव एलआर, रेनबो ऑफ ग्रुप कोलकाता वायर इंडस्ट्रीज लिमिटेड आदि चिटफंड कंपनिया करोड़ों रुपए लेकर प्रदेश से भाग चुकी हैं.
बघेल को बचाने के लिए हरियाणा से आ रहे नेताओं के फोन कॉल
साईं प्रकाश ऑर्गेनिक फूड्स लिमिटेड और साईं प्रकाश प्रॉपर्टी डेवलपमेंट लिमिटेड कंपनी के संचालक पुष्पेंद्र सिंह बघेल ने एक कंपनी के छोटे मुलाजिम के रूप में जिंदगी की शुरूआत की थी। देखते ही देखते वह करोड़ों रुपए का मालिक बन बैठा। देश के बड़े राजनेताओं से संपर्क की बदौलत वह इस मुकाम पर जा पहुंचा। अब वही राजनेता उसे छुड़ाने के लिए पुलिस पर दबाव बना रहे हैं। पुलिस ने उन लोगों की भी पड़ताल शुरू कर दी है, जिनके जरिए बघेल ने इतनी संपत्ति बना ली है।
अफसरों के पास ज्यादातर फोन हरियाणा से जुड़े राजनेताओं के आ रहे हैं। पुलिस मुख्यालय से लेकर जांच से जुड़े अफसरों को भी फोन किए जा चुके हैं, ताकि बघेल पर की जा रही कार्रवाई में नरमी बरती जाए। गुरुवार को इंदौर से गिरफ्तार किए गए पुष्पेंद्र पर केवल मप्र में ही तीन हजार लोगों से सौ करोड़ रुपए डिपॉजिट कराने का आरोप है। एमपी नगर पुलिस ने पुष्पेंद्र को शुक्रवार को अदालत में पेश किया। पूछताछ व रिकवरी का हवाला देते हुए उसे रिमांड पर दिए जाने की अपील पुलिस ने अदालत से की। इसे स्वीकार करते हुए कोर्ट ने उसे 25 जून तक रिमांड पर भेजने के आदेश कर दिए।
मल्टी सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल में मुफ्त इलाज देने का दावा कर लोगों को ठगने वाले डॉक्टर हितेश शर्मा को भी पुलिस ने शुक्रवार को अदालत में पेश कर एक दिन की रिमांड पर ले लिया। पुष्पेंद्र बघेल ने कहा कि कंपनी में उसने केवल 88 करोड़ रुपए का डिपॉजिट करवाया है। उसकी संपत्ति 200 करोड़ की है। करीब आठ महीने पहले उसने अपना न्यूज चैनल भी बंद कर दिया। उसका कहना है चैनल बेचकर सबकी रकम चुका दूंगा। बघेल ने कहा कि कुछ लोग मेरे पीछे पड़े हैं, मुझे उलझाना चाहते हैं।