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‘न्यूज़ वर्ल्ड इंडिया’ चैनल ने एक साल से स्ट्रिंगरों को पैसे नहीं दिए

कई राज्यों में बांटी फ्रेंचाइजी, चैनल की नैया डूबने के कगार पर…  एक साल पहले बड़े जोर शोर से रीलॉन्च किया गया कांग्रेस नेता और बिजनेसमैन नवीन जिंदल का न्यूज़ वर्ल्ड इंडिया चैनल की नैया डूबने के कगार पर है। पिछले 1 साल से चैनल ने देश भर के स्टिंगरों को उनकी स्टोरी के पैसे नहीं दिए। बिचारे स्ट्रिंगर चैनल में पैसे के लिए बार-बार फोन करके हताश हो गए हैं। पूरा 1 साल होने के बाद भी पैसे नहीं मिलने के कारण ईमानदार स्टिंगरों के सामने भुखमरी की नौबत आ गई है।

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कई राज्यों में बांटी फ्रेंचाइजी, चैनल की नैया डूबने के कगार पर…  एक साल पहले बड़े जोर शोर से रीलॉन्च किया गया कांग्रेस नेता और बिजनेसमैन नवीन जिंदल का न्यूज़ वर्ल्ड इंडिया चैनल की नैया डूबने के कगार पर है। पिछले 1 साल से चैनल ने देश भर के स्टिंगरों को उनकी स्टोरी के पैसे नहीं दिए। बिचारे स्ट्रिंगर चैनल में पैसे के लिए बार-बार फोन करके हताश हो गए हैं। पूरा 1 साल होने के बाद भी पैसे नहीं मिलने के कारण ईमानदार स्टिंगरों के सामने भुखमरी की नौबत आ गई है।

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चैनल की आर्थिक हालत इतनी खराब हो गई है कि मैनेजमेंट ने कई लोगो को मध्यप्रदेश, छतीसगढ़, राजस्थान और महाराष्ट्र में फ्रेंचाइजी भी बाटी है. जिन लोगों को फ्रेंचाइजी दी है, वो पैसे लेकर चैनल का लोगो और आईडी बेचने में जुटे हुए हैं।

जी मीडिया समूह से लड़ने के लिए नवीन जिंदल चैनल में हर 6 महीने में एक नया एडिटर लाकर चैनल को टीआरपी में लाने का असफल प्रयास करते रहते हैं और इस प्रक्रिया में चैनल में करोड़ों रुपये का निवेश कर चुके हैं लेकिन चैनल को टीआरपी की दौड़ तो छोड़ दीजिये, चैनल का नाम भी देश में कुछ गिने-चुने लोग ही जानते हैं.

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फिलहाल चैनल के एडिटर अनिल राय हैं जो इसके पहले सहारा में रह चुके हैं लेकिन वो भी चैनल को मेनस्ट्रीम मीडिया लाने में असफल हुए हैं. चैनल छोड़ चुके मीडियाकर्मियों की मानें तो चैनल चलता तो रहेगा लेकिन इसकी स्थिति में कोई सुधार होना अब संभव नहीं है. कई स्ट्रिंगरों ने चैनल को स्टोरी भेजना बंद कर दिया है.

भड़ास के पास आई एक मेल पर आधारित.

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