मीडिया आयोग का गठन और पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग की… हरिद्वार । हरियाणा के पंचकूला में रामरहीम को रेप केस में फैसला सुनाए जाने के दौरान पत्रकारों पर हुए हमले ओर विभिन्न चैनलों की ओबी वेनो को जलाने की घटनाओं के खिलाफ आज हरिद्वार प्रेस क्लब ने धरना देकर इसकी कड़ी निंदा की। हरिद्वार प्रेस क्लब ने पंचकुला की घटनाआ के बाद देश मे पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताते हुए केंद्र सरकार से मीडिया आयोग का गठन करने और पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कड़ा कानून बनाए की मांग की। प्रेस क्लब ने पत्रकारों पर हुए जानलेवा हमले ओर उनकी ओबी वैन ओर अन्य उपकरणों को नुकसान पंहुचाने के लिए मारपीट, बलवा, हत्या के प्रयास ओर आगजनी में गुरमीत राम रहीम ओर उनके गुंडों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और पत्रकारों को मुआवजा देने की भी मांग की।
गुरमीत राम रहीम बलात्कार मामले में पंचकूला में 25 अगस्त को हुए हिंसा में पत्रकारों पर हुए हमले ओर उनकी ओबी वैन जलाए जाने से देश भर के पत्रकारों में आक्रोश है और एसे मौकों पर पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई जा रही है। हरिद्वार प्रेस क्लब ने अध्यक्ष मनोज सैनी ओर महामंत्री अमित कुमार के नेतृत्व में पहले काल 26 अगस्त को बैठक कर घटना के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया और आज 27 अगस्त को सिटी मजिस्ट्रेट कोर्ट परिसर में एक दिवसीय धरना देकर रोष प्रकट किया। धरने को संबोधित करते हुए अध्यक्ष मनोज सैनी ने पंचकूला घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की। उन्होंने हिंसा में मारे गए लोगो की हत्या के आरोप में राम रहीम पर हत्या की धाराओं मे मुकदमा दर्ज करने की मांग भी की।
वरिष्ठ पत्रकार पीएस चौहान ने कहा कि हरियाणा में पंचकुला में 25 अगस्त को देर सच्चा सौदा के गुंडों ने जिस तरह से पत्रकारों पर हमला किया और उनकी ओबी वेन्स को नुकसान पंहुचाया गया वो बेहद निंदनीय है। उन्होंने राम रहीम के खिलाफ पीड़ित महिला द्वारा लिखे बेनाम पत्र को अपने स्थानीय अखबार ने छापने वाले दिवंगत पत्रकार राम चंदेर छत्रपति को भी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि जब बड़े बड़े अखबार ओर चेनल के साथ प्रशासन और शासन ने राम रहीम के खिलाफ सच को सामने लाने की हिम्मत नही की , ऐसे में उस छोटे से पत्रकार राम चंदेर ने पूरा सच नाम के अपने अखबार में उस पत्र को प्रकाशित किया था जिसके बाद कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए राम रहीम के खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष संजय आर्य ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि पंचकूला में पुलिस प्रशासन के सामने राम रहीम के गुंडे पत्रकारों को पीटते रहे, उनकी ओबी वैन तोड़फोड़ कर जलाई जाती रही, मगर पुलिस प्रशासन मूक दर्शक बना देखता रहा।ये हरियाणा सरकार की विफलता है। ऐसे में इस तरह में मोको पर पत्रकार अपने कर्तव्यो का निर्वहन करते हुए देश दुनिया के सामने जान की परवाह न कर अपने काम को बखूबी अंजाम देते रहे ये बेहद सराहनीय है। उन्होंने देश मे पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कड़ा पत्रकार सुरक्षा कानून बनाये जाने की मांग की।
उन्होंने सालो से चली आ रही राष्ट्रीय मीडिया आयोग का गठन भी किये जाने की मांग की। साथ ही उन्होंने आजतक सहित अन्य चैनलों की ओबी वेन्स ओर गाड़िया जलाए जाने , ओर पत्रकार पर जानलेवा हमला कर घायल किये जाने वाले पत्रकारों और संस्थानों को उनके नुकसान का मुवावजा देने पत्रकारों पर हमले ओर गाड़ियों व ओबी वेन्स को जलाए जाने पर राम रहीम ओर उसके समर्थकों पर हत्या की कोशिश, मारपीट करने, तोड़फोड़ व आगजनी करने के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की भी हरयाणा सरकार से मांग की। पर्व अध्यक्ष रजनीकांत शुक्ल ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा कि केवल न्यायपालिका ओर मीडिया ही चुनौतीपूर्ण ढंग से काम कर रही है। प्रेस को भले ही लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है मगर विधायिका, कार्यपालिका ओर न्यायपालिका की तरह प्रेस को संवैधानिक दर्जा नही मिला हुआ है। हुए धरने में हरिद्वार प्रेस क्लब के सदस्यों सहित 100 से ज्यादा पत्रकारों ने भाग लिया।
अध्यक्ष मनोज सैनी ओर महामंत्री अमित कुमार के नेतृत्व में सिटी मजिस्ट्रेट मनीष कुमार के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक ज्ञापन भी दिया गया। धरने को पूर्व अध्यक्ष गुलशन नैयर, एनयूजे के अध्यक्ष राजेश शर्मा, श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष दीपक नौटियाल, वरिष्ठ पत्रकार और पूर्व अध्यक्ष गोपाल रावत, वरिष्ठ पत्रकार कौशल सिखोला, आदेश त्यागी, नरेश गुप्ता, अविक्षित रमन, रामचंद्र कन्नौजिया, राहुल वर्मा, राम अवतार संतोषी, श्रवण झा, धर्मेंद्र चौधरी, नवीन पांडेय, देवेंद्र शर्मा, त्रिलोक चंद भट्ट, कुमार दुष्यंत, शिवा अग्रवाल, मेहताब आलम, राजेन्द्र नाथ गोस्वामी, अहसान अंसारी ने भी संबोधित किया। धरना स्थल पर हरियाणा के पंचकुला में हुई घटना की निंदा करने वालों में मुकेश वर्मा, दीपक मिश्रा, तनुज वालिया, राम सिंह, जोगेंद्र मावी, दीपक मिश्रा, नरेशदीवान शैली, अरुण मिश्र, परमजीत राणा, ठा. शैलेन्द्र सिंह, गोपाल पतुवर, राम नरेश, अनिल भास्कर, अमित शर्मा, आशु शर्मा, आशीष मिश्रा, रोहित सीखोला, नवीन चौहान, रामेश्वर दयाल शर्मा, डॉ. हिमांशु द्विवेदी, काशीराम सैनी, राजकुमार, जहाँगीर आलम, देवेश, शुभम, म. शिवशंकर गिरि, कुलभूषण शर्मा, लव कुमार शर्मा, अमर सिंह, संतोष उपाध्याय, महावीर नेगी, विकास चौहान, स्वरूप पूरी, सुनील मिश्रा, मनोज कुमार खन्ना, सूर्यकान्त बेलवाल, संदीप रावत, नरेश गुप्ता, चन्द्रशेखर जोशी, मयूर सैनी, के.के. पालीवाल, शिवप्रकाश तथा सुभाष कपिल , वासुदेव राजपूत, सहित प्रेस क्लब के अधिकांश सदस्यों ने मीडिया आयोग का गठन कर पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग की। धरने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक ज्ञापन हरिद्वार सिटी मजिस्ट्रेट मनीष कुमार के माध्यम से भेजा गया।