अमर उजाला लखनऊ अखबार में पिछले दिनों एक माफीनामा छपा था कि हमने गलती से खुद को नंबर वन बता दिया. ऐसा ही माफीनामा अब दैनिक जागरण पटना अखबार में छपा है. नंबर वन होने के फर्जी दावों पर कसी गई नकेल के कारण इन अखबारों को माफीनामा छापना पड़ रहा है.
पढ़िए दैनिक जागरण पटना का माफीनामा…
अमर उजाला का माफीनामा पढ़ने के लिए नीचे दिए शीर्षक पर क्लिक करें :
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चूक किसी से भी हो सकती है. लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम अगले की चूक को माध्यम बनाकर खुद को समाज में उससे बेहतर बताएं। अगर हम सही कार्य करेंगे तो समाज हमे स्वयं बेहतर कहेगा। अभी हाल ही में दैनिक समाचार पत्र जागरण प्रकाशन लिमिटेड के कुछ जिम्मेदारों ने अमर उजाला लखनऊ द्वारा प्रकाशित शुद्धि पत्र को सोशल मीडिया पर प्रचारित कर अमर उजाला के गलती करने पर उसकी खूब आलोचना की लेकिन अब जागरण प्रकाशन के पटना यूनिट के इस शुद्धि पत्र पर भी मैं उनकी प्रतिक्रिया चाहूंगा अगर वह देना चाहें तो.