Avyact Agrawal : जब भी कुत्ता काटे पहला कदम काटी हुई जगह को पानी एवं साबुन से लगातार 10 मिनट तक बहते पानी (नल के नीचे) रख धोना चाहिए फिऱ चिकित्सक को मिलना चाहिए। कभी भी घाव को बांधना या स्टिच नहीं करना चाहिए। बशर्ते एक्टिव ब्लीडिंग न हो। बांधने से वायरस भीतर रक्त वाहिनी में जाने की संभावना बढ़ जाती है। घाव को धोने के बाद दूसरा कदम टीकाकरण है जो कि 5 dose अलग अलग दिन 0, 3, 7, 14, 28 दिन पर लगाये जाते हैं।
कम लोग जानते हैं कि इस रेबीज़ वैक्सीन के अत्तिरिक्त एक इमुनोग्लोबुलीन भी लगाना होता है जो घाव की जगह पर ही लगता है। क्योंकि वैक्सीन 10 दिन बाद से ही सुरक्षा देना आरम्भ करता है। जबकि इम्युनोग्लोबुलिन तुरंत से। कुत्ते के काटने के बाद घाव में संक्रमण होकर पकना या टिटनेस की आशंका हो सकती है। रेबीज़ होने पर व्यक्ति को हाइड्रोफोबिया हो सकता है जिसमें मरीज़ को हवा एवं पानी दोनों से डर लगने लगता है एवं गला चोक होने लगता है हालांकि रेबीज का एक दूसरा प्रकार भी है जिसमे की मरीज को पूरी तरह से लकवा लग जाता है एवं अंततः मृत्य हो जाती है यह प्रकार रेयर है।
रेबीज होने पर मृत्यु की संभावना 100 प्रतिशत होती है इसका कोई इलाज नही है इसलिए डॉग बाइट होने पर बचाव एवं टीकाकरण अति आवश्यक है। रेबीज वायरस तंत्रिका तंत्र एवं मस्तिष्क को नुकसान पंहुचाता है। डॉग बाईट के 9 दिन से 90 दिन तक रेबीज की सम्भावना अधिक होती है लेकिन कभी कभार यह 10 वर्ष तक भी हो सकता है। पागल कुत्ते रेबीज वायरस से संक्रमित होते हैं, जो कि बहुत लोगो को काट रहा होता है और चिड़चिड़ा होता है अतः इस संक्रमित कुत्ते के काटने से मनुष्य को रेबीज़ की आशंका बहुत अधिक होती है।
मैंने चिकत्सक के रूप में जो मृत्यु देखी हैं उनमें सर्वाधिक दर्दनाक यही मृत्यु होती है क्योंकि अंत तक मरीज़ को होश रहता है। वह इन सभी असहनीय तकलीफों को देख रहा होता है। भारत में बंदर और बिल्ली से भी रेबीज पाया जाता है जबकि अमेरिका में सबसे ज्यादा चमगादड़ के काटने से होता है। भारत में चूहे या छछून्दर से रेबीज़ नहीं पाया जाता। अतः टीके की आवश्यकता नहीं।
सोशल मीडिया के चर्चित हेल्थ राइटर और जाने-माने डॉक्टर अव्यक्त अग्रवाल की एफबी वॉल से.
Manish
September 12, 2020 at 4:07 pm
क्या एंटी रेबिज का पहला टीका (0 दिवस) कमर पर, चार टीके (3, 7, 14 और 28 दिवस) बांह पर तथा एक टीका (86 दिवस) कंधे पर लगने से कोई नुकसान हो सकता है ? क्या इनके अतिरिक्त भी टीके (89, 93, 100 दिवस) पर लगवाए जा सकते हैं ?