Anil Singh : खबर बड़ी सनसनीखेज़, लेकिन सच लगती है। इसे लिखा है हर्षद मेहता कांड का भंडाफोड़ करनेवाली जानीमानी पत्रकार सुचेता दलाल ने गहरी पड़ताल के बाद। खबर का सार यह है कि मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज़ से जुड़ी कंपनी, विश्वप्रधान कमर्शियल प्रा. लिमिटेड ने जुलाई 2009 में एनडीटीवी के मालिक प्रणय रॉय, उनकी पत्नी राधिका रॉय और उनकी निजी होल्डिंग कंपनी आरआरपीआर होल्डिंग प्रा. लिमिटेड को बैंक का कर्ज उतारने के लिए 350 करोड़ रुपए का ब्याज-मुक्त ऋण दिया था।
इस ऋण के एवज़ में रॉय दम्पति को परिवर्तनीय वॉरंट जारी करना था जो उनकी कुल शेयर पूंजी का 99.9 प्रतिशत यानी लगभग पूरा हिस्सा बनता है। ऋण देने के समय योजना यह थी कि तीन से पांच सालों में रिलायंस समूह एनडीटीवी के मालिकों की शेयरधारिता का कोई खरीदार खोज लेगा। जुलाई में सौदे को छह साल हो जाएंगे। ऋण के समझौते में जो शर्तें हैं उनके मुताबिक रिलायंस समूह अब कभी भी एनडीटीवी पर औपचारिक रूप से पूरा नियंत्रण हासिल कर सकता है। याद दिला दें कि राघव बहल को दिए गए ऐसे ही ऋण के दम पर आज रिलायंस समूह टीवी18 का मालिक बन बैठा है। पूरी खबर आप इस लिंक पर पढ़ सकते हैं… http://goo.gl/MNq32c
मुंबई के वरिष्ठ पत्रकार और अर्थकाम डाट काम के संस्थापक संपादक अनिल सिंह के फेसबुक वॉल से.
Comments on “एनडीटीवी भी हुई मुकेश अंबानी की!”
So sad….may be is dunia me god nahi hai..also see the Delhi government and central govermene fight…..sure god nahi hai……sayad log lisliye terarist…ya…nakaskvadi bante hai……dua karo sach ki Vijay ho……..kismat se…..
Agar khabar sahi hai to…patrakarita ki liye sab se bura din….bhagwan patrakariya aur patrakaron ko bachaye..
ummid ki kiran bhi andhere men tabdil ho jayegi ?