सौमित्र रॉय-
117 देशों के 600 खोजी पत्रकारों ने 14 कंपनियों की 1.2 करोड़ फाइलों को खंगालने के बाद कुछ नामचीन हस्तियों के चेहरे से नकाब उतारा है।
इन हस्तियों ने अवाम, अपने प्रशंसकों को मूर्ख बनाते हुए विदेशी बैंकों में टैक्स चोरी का पैसा जमा कर रखा है। क्या आप इन्हें कपड़ों से पहचान सकते हैं? पैंडोरा बॉक्स में अभी और भी कई नाम हैं।
सुभाष चंद्र कुशवाहा-
The Indian Express ने पंडोरा पेपर्स के लीक होने के मामले को मुख्य खबर बनाया है। पनामा पेपर्स के बाद यह दूसरा बड़ा खुलासा है जो सिद्ध करने को काफी है कि भारत के बड़े कार्पोरेट, जो बैंकों का अरबों-खरबों डकार गए हैं, जो खुद को दिवालिया बता, बैंक देनदारियों से बचे हैं, British Virgin Islands(BVI) में ऑफशोर कंपनियां और ट्रस्ट बना कर अपना धन भारत से बाहर सुरक्षित रखे हुए हैं।
अनिल अंबानी भारत में दिवालिया हो चुके हैं । बैंक देनदारी से हाथ खड़े कर लिए हैं मगर BVI में अपना धन सुरक्षित रखे हुए हैं। नीरव मोदी के देश छोड़ने के एक माह के अंदर ही उनकी बहन ने BVI में ऑफशोर कॉम्पनी और ट्रस्ट बनाकर अपना धन सुरक्षित कर लिया।
ऐसे लोगों में नीरा राडिया, सचिन तेंदुलकर, जैकी श्रॉफ, इकबाल मिर्ची, अडानी के भाई, विनोद अडानी, किरण मजमुदार शॉ, समीर थापर, पूर्वी मोदी,सतीश शर्मा, अजित करकर का नाम प्रमुख है। याद होगा ही कि पनामा पेपर में अमिताभ बच्चन भी थे मगर कुछ नहीं हुआ।
तो देश में बैंकों से कर्ज लीजिए। विदेशों में किसी द्वीप पर ट्रस्ट या कम्पनी बना लीजिए। इधर का पैसा उधर कर, दिवालिया हो लीजिए कि भाई अब हमें नहीं देना है। बैंक चाहे तो मेरा घर, कार्यालय कुर्की कर लाख, करोड़ वसूल ले मगर खरबों तो सुरक्षित हो गए न। यह आलम है देश के बड़े लोगों का।
दुनिया में कोई भी पेपर लीक हो, चाहे स्विस बैंक पेपर हो, पनामा या पंडोरा हो, हर कहीं भारत के ये बड़े मिल जाएंगे। जातिवादी समाज अपने बैंकों को लुटता देख, गदगद रहेगा। उन्हें ओबीसी या दलित ही दिखेंगे। ये ऑफशोर कंपनियां किन की हैं, ठीक से निहार लेना चाहिए। यहां तो न्याय का मतलब लालू यादव जैसे जेल में रहेंगे मगर खरबों वाले सुरक्षित स्वर्ग में।
हमारे न्याय की यही नैतिकता है। अन्यथा लंदन कोर्ट में अनिल अंबानी यह शपथ पत्र न दिए होते कि उनकी कुल कमाई शून्य है। उन्होंने अपनी ऑफशोर कॉम्पनी को साफ छिपा ले जाने का काम अकारण न किया होगा। हाथ मजबूत हैं भाई। विदेशों से काला धन लाने का वादा था मगर विदेशों में काला धन जमा किया जा रहा है।
श्यामलाल यादव-
Friends, It is hard work of over eight months by over 600 reporters from 117 countries from nearly 150 media organisations including The Indian Express. Coordinated by great team of International Consortium of Investigative Journalists (ICIJ), Washington DC.
Read the first part of Pandora Papers today here https://indianexpress.com/about/pandora-papers/ and know about the offshore network of Sachin Tendulkar, Kiran Mazumdar Shaw, late Satish Sharma (Congress leader), Nira Radia, Vinod Adani, Purvi Modi, Iqbal Mirchi, Samir Thapar, Jackie Shroff, Ajit Kerkar, Anil Ambani & some other defaulters.
Also you can watch here, what is Pandora paper: https://www.youtube.com/watch?v=WS_9w9-H2jI&t=4s
Also, you can read about several personalities from other countries, including our neighbor Pakistan.
If you want to know about more such people from India and other countries, keep reading The Indian Express.
Thanks
Shyamlal Yadav
प्रकाश के रे-
स्विस लीक्स: 11 सौ+भारतीय
पनामा पेपर्स: 5 सौ+भारतीय
पैराडाइज़ पेपर्स: 7 सौ+भारतीय
और अब
पैंडोरा पेपर्स: 3 सौ+भारतीय
माया मुई न मन मुआ, मरी मरी गया सरीर।
आसा त्रिसना न मुई, कही गए दास कबीर।।