एक कर्मचारी की मेल भड़ास के पास आई है. इसमें बताया गया है कि पंजाब केसरी दिल्ली में प्रबंधन ने दिल्ली सरकार के मिनिमम वेज के आदेश का पालन करते हुए बढ़ी हुई सेलरी तो सबके एकाउंट में भेज दी लेकिन अब उसे कैश के रूप में वापस ले रहे हैं.
वैसे, पैसे देने के मामले में पंजाब केसरी चिरकुट संस्थान तो रहा ही है. वे ऐसा कर सकते हैं. बाकी वहां कार्यरत लोग नीचे कमेंट बाक्स में लिख कर बताएं कि क्या ये खबर सही है?
Comments on “क्या पंजाब केसरी, दिल्ली वालों ने अपने कर्मियों को पैसा बढ़ाकर देने के बाद कैश के रूप में वापस ले लिया?”
अखबार से लेकर न्यूज़ चैनलों तक हर जगह पत्रकारों का शोषण किया जा रहा है। हालात इतने बदतर हैं की पत्रकारों को परिवार पालना कठिन हो गया है । यही वज़ह है की मज़बूरी में ईमानदार पत्रकार भी ब्लैकमेलिंग करने लगा है या फिर जो ब्लैक मेलर हैं वो पत्रकार बन गये हैं । लिहाजा निष्पक्ष पत्रकारिता खत्म होती जा रही है । इन सबका जिम्मेदार यही मीडिया घराना औऱ व्यापारी हैं जो पत्रकारों को वेतन तक नहीं देते उल्टा खरी खोटी सुनाकर जलील करते हैं । मजीठिया का कोई फायदा नहीं मिल रहा ।
Yes
ye punjab kesri To karnal ke sansad aswani chopra ka hai na ye log pata nahi janta ki kya sewa karte ho Jab apne karamchariyo ke sath He asa karte hai