आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता डा कुमार विश्वास ने कुख्यात व्यापमं घोटाले में बरती जा रही लापरवाही और घोटाले की जाँच से जुड़े पैंतालीस से ज़्यादा लोगों की संदिग्ध मृत्यु पर मध्य प्रदेश सरकार के खिलाफ उच्चतम न्यायलय में जनहित याचिका दायर की है। कुमार विश्वास ने सोमवार की दोपहर एक जनहित याचिका के माध्यम से उच्चतम न्यायलय से गुहार लगाई है कि वो इस पूरे मामले का संज्ञान लें और इस जाँच प्रक्रिया को तत्काल अपने नियंत्रण में लें ताकि मौतों के सिलसिले और इस घोटाले की निष्पक्ष जाँच हो सके।
विदित हो कि मध्य प्रदेश सरकार में व्यापमं भर्ती में भारी पैमाने पर गड़बड़ी सामने आई थी। शिकायतों के बाद इस घोटाले की जाँच शुरू हुई। लेकिन जाँच शुरू होने के बाद से अब तक इस घोटाले की जाँच से जुड़े लगभग पैंतालीस लोगों की अलग-अलग समय पर अलग-अलग संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो चुकी है। गौरतलब है कि इस घोटाले में मध्य प्रदेश सरकार और मध्य प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भूमिका पर भी लगातार सवाल उठते रहे हैं।
कुमार विश्वास द्वारा दाखिल याचिका में इस बात का भी ज़िक्र किया गया है कि इतनी संदिग्ध मौतों के बावजूद मप्र सरकार उच्च स्तरीय जाँच से किनारा करती रही है। इस मामले में मप्र सरकार और प्रदेश के कुछ नेताओं द्वारा मीडिया में दिए जा रहे विवादस्पद बयानों की भी चर्चा इस याचिका में की गई है। याचिका में इस पूरे प्रकरण के पीछे व्यापक षड़यंत्र की आशंका जताई गई है। माननीय उच्चतम न्यायलय की इस पर क्या प्रतिक्रिया आती है, यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन जिस तरह से एक के बाद एक संदिग्ध मौतों का सिलसिला जारी है, इतना तो तय है कि इसे ‘संयोग’ कह कर नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।