बरेली जनपद के इतिहास में आज तक ऐसा नहीं हुआ जो कि 28 जनवरी को एसएसपी रोहित सिंह सजवाण के सामने हुआ. एक रीजनल चैनल के पत्रकार और एक सांध्य दैनिक अखबार के पत्रकार-मलिक के बीच जमकर गालीगलौच हुई.
28 जनवरी को एसएसपी ऑफिस में सभी पत्रकार एक दिन के लिए एसएसपी बनी भूमिका चंद्रा की कवरेज कर रहे थे. बताया जा रहा है कि रीजनल चैनल के रिपोर्टर सभी अधिकारियों के सामने गाली दे कर सांध्य दैनिक अखबार के पत्रकार को सामने से हटने के लिये कहा. इस पर सांध्य दैनिक के पत्रकार ने भी चैनल के पत्रकार को एसएसपी ऑफिस में एसएसपी रोहित सिंह सजवाण के सामने माँ बहन की गालियां दे कर हाथ छोड़ दिया.
बड़ी मुश्किल से एसएसपी पीआरओ और पुलिस स्टाफ ने दोनों को अलग किया. दोनों पर एसएसपी ऑफिस में आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. गाली गलौच के प्रकरण के दौरान वहां खड़ी जिला प्रबोशन अधिकारी नीता अहिरवार ने भी पत्रकारों को डांटा. वे पत्रकारों की आपसी लड़ाई में गंदी गंदी गालियां सुन कर दुखी थीं. उन्होंने इन पत्रकारों को खूब जलील किया. इसके बाद ही इन दोनों पत्रकारों पर प्रतिबंध लगा दिया कि ये लोग अब एसएसपी ऑफिस में नही घुसेंगे.
इसके बाद एसएसपी बरेली ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के सभी पत्रकारों को ऑफिस में बिना परमिशन के आने पर प्रतिबंध लगा दिया है. अब जब भी किसी पत्रकार को एसएसपी बरेली से कोई बाइट लेनी होगी या कोई काम है तो पहले एसएसपी रोहित सिंह सजवाण के पीआरओ को बताना होगा. परमिशन मिलने के बाद ही इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार को ऑफिस में एंट्री मिलेगी.
एसएसपी बरेली के नए आदेश के बाद से सभी पत्रकार गाली गलौच करने वाले पत्रकारों को बुरा भला कह रहे हैं.
एक मीडियाकर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.