रामा शंकर सिंह-
ये महिला भी कमाल पर कमाल करती जा रही है। ५६ बरस की उम्र में अखिल भारतीय एवं राष्ट्रीय एथलीटिक प्रतियोगिताओं में ज़्यादातर गोल्ड यानी अव्वल आ रही हैं ! इन उपलब्धियों की शुरुआत मात्र दो बरस पहले हुई जब दैनिक योगाभ्यास और वर्जिश के दौरान किन्ही सेवानिवृत्त कोच ने इनसे आग्रह किया कि वे दौड़ में शामिल तो हों और फिर लगातार गोल्ड सिल्वर मैडल इकट्ठे होने का सिलसिला शुरु हो गया।

कोई ख़ास प्रशिक्षण नहीं है बस मामूली सा ही और अपनी आयु वर्ग में भारत में पहला या दूसरा स्थान मिलता जा रहा है जबकि लगभग सभी प्रतिस्पर्धाओं में अंतरराष्ट्रीय स्तर के भारतीय खिलाड़ी होते हैं।
आज सुप्रिया रॉय ने हरियाणा के ताऊ देवीलाल स्टेडियम में विभिन्न प्रतियोगिताओं में लगातार तीन गोल्ड मैडल लिये , गौर करें हरियाणा में जहॉं खेलों की परंपरा है और महिला खिलाड़ियों का गढ़ है।
मुबारक हो !
कामना है कि तुम्हारा सपना पूरा हो कि हरियाणा की ८५ बरस की दादी भगवंती देवी की तरह तुम ताउम्र दौड़ते रहो और इतने मैडल जीतों कि बोरों में भरने पड़ जायें
बहुत बहुत शुभकामनाएँ
