मनीष श्रीवास्तव-
हम लोग अक्सर खबरों में लिखते हैं अफसर कारवाई नहीं कर रहे..ऐसे में अगर आपकी खबरों का संज्ञान शीर्ष स्तर पर बैठे अफसर लें तो पत्रकारीय संस्कार कहते हैं आप शुक्रिया भी अदा करें। अफसर ही सरकार की छवि शानदार बनाते हैं और अफसर ही मटियामेट करते हैं बाकी नेता तो 5 वर्ष के लिए किस वास्ते आते हैं ये बताने की जरूरत नहीं।। thatswhy i hate politics.
आप चाहे जितनी कड़वी खबर लिखें, लेकिन एक वास्तविक पत्रकार के अंदर अगर नैतिकता या व्यक्तित्व में नरमी का झुकाव नहीं है तो ऐसे पेड़ जल्द टूट जाया करते हैं। ये कहने में कोई गुरेज नहीं मौजूदा दौर में पत्रकारिता को चन्द पत्रकारों ने ब्लैकमेलिंग और दलाली का अड्डा बनाकर रख दिया है नतीजतन पत्रकारिता की साख पर गहरा असर पड़ा है।
इसलिए आप जो भी लिखते हैं, किसी की सेहत पर असर नहीं पड़ता और अगर आपकी छवि और तथ्य सौ फीसदी शुद्ध हों। तब हर इंसान काम की तारीफ करता है और कारवाई की उम्मीद भी रहती है। भरोसा है जल्द यादव सिंह के खिलाफ अभियोजन मंजूरी सीबीआई को मिलेगी और ये महाभ्रष्ट पुनः जेल की सलाखों के पीछे होगा।. सत्यमेव जयते
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