क्या भाजपा कार्यकर्ता भी समाजवादी पार्टी की राह पर चल पड़े हैं? क्या उन्हें भी सत्ता का नशा हो गया है? क्या वे भी अब गुंडई करेंगे, पत्रकारों से मारपीट करेंगे? ये सारे सवाल तब खड़े हुए जब बुधवार को बनारस में भाजपा के कार्यकर्ता कवरेज कर रहे पत्रकारों तथा छायाकारों से भिड़ गए, उनसे मारपीट किया.
मौका था वाराणसी में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय कार्यालय के उद्घाघाटन का. इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय अघ्यक्ष अमित शाह को चेहरा दिखाने के लिए कार्यकर्ताओं में होड़ मची रही. इस अराजक भीड़ में इलेक्ट्रानिक मीडियाकर्मियों तथा छायाकारों को दिक्कत पैदा हो रही थी.
पहले से भाजपा कार्यकर्ताओं ने इनसे धक्का मुक्की की. इसके बाद वे मारपीट करने लगे. वरिष्ठ नेताओं के सामने ही भाजपा कार्यकर्ता गुंडों की तरह मीडियाकर्मियों पर टूट पड़े. कई के कैमरे भी टूट गए. कई पत्रकारों को आंशिक चोटें आईं. जानकारी मिलने पर प्रदेश अध्यक्ष डा.लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने बीच बचाव कर मामले को संभाला.
पर इस घटनाक्रम ने कई सवाल खड़े किए हैं. अमूमन भाजपा कार्यकर्ताओं को शांत प्रवृत्ति का माना जाता है. लेकिन बनारस में जो कृत्य किया गया वो शर्मिंदा करने वाला है. अगर भाजपाई भी समाजवादियों के हल्ला बोल की राह पर चल निकले तब फिर ये किस मुंह से सपा समेत बसपा और कांग्रेस का विरोध करते हैं?
Comments on “भाजपाइयों ने बनारस में मीडियाकर्मियों से की मारपीट”
b j p walon ka dimag satta pane ke bad kharab ho gaya hai.