चुनाव में इंटरनेट मीडिया पर बढ़ेगी सख्ती, झूठी-भ्रामक जानकारियों पर नजर रखने के लिए दिशा-निर्देश जारी
चुनावों में फैलाई जाने वाली झूठी और भ्रामक जानकारियों पर रोकथाम के लिए चुनाव आयोग ने अब इंटरनेट मीडिया पर और सख्ती बढ़ाने का फैसला लिया है। इसके तहत प्रत्येक जिले में इंटरनेट मीडिया पर नजर रखने के लिए एक प्रभावी टीम तैनात होगी।
टीम का नेतृत्व:
- एसडीएम रैंक का अधिकारी या
- कम से कम 10 साल का आइटी क्षेत्र का अनुभव रखने वाला जिला अधिकारी
टीम का काम:
- चुनाव के दौरान राजनीतिक हलचल
- प्रत्याशियों, उनके परिवारों और राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों
- इंटरनेट मीडिया खातों पर नजर रखना
चुनाव आयोग के दिशा-निर्देश:
- प्रत्येक जिला स्तर से लेकर प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर चुनावों के दौरान फैलाई जाने वाली झूठी और भ्रामक जानकारियों पर लगाम लगाना
- ऐसी जानकारियों पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई
- चुनावी प्रक्रिया में विश्वसनीयता के लिए झूठी खबरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
प्रत्याशियों के लिए निर्देश:
- शपथ-पत्र में मोबाइल, फोन और मेल आईडी के साथ
- स्वयं और परिवार के इंटरनेट मीडिया खातों की जानकारी साझा करना
जिला स्तर पर:
- राजनीतिक दलों से जुड़े पदाधिकारियों के इंटरनेट मीडिया खातों की जानकारी रखी जाएगी
चुनाव आयोग का मानना:
- झूठी और भ्रामक जानकारियों के फैलाने में प्रत्याशियों, उनके परिवारों और राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों की भूमिका