कानपुर से सचालित न्यूज चैनल के न्यूज इंडिया (K News India) से खबर है कि यहां रिपोर्टरों के साथ संस्थान द्वारा प्रेशर बनाया जा रहा है. प्रेशर लोकसभा चुनाव में लड़ रहे प्रत्याशियों ने रकम खींचकर लाने का.
बताया जा रहा है कि के न्यूज के नए-नए यूपी इंचार्ज बनाए गए अरुण अवस्थी ने कुछ दिन पहले प्रदेश भर के रिपोर्टर्स के साथ मीटिंग की थी. इस मीटिंग में सभी रिपोर्टर्स को प्रत्येक जिले से पांच लाख रुपये जुटाने का आदेश मिला था. सारा रायता यहीं से फैल गया.
तमाम रिपोर्टर्स असमंजस में हैं तो कई कुंडली मारकर सो गए हैं. कुछ रिपोर्टर ने भड़ास को बताया कि 10-20 हजार की बात होती तो झेला जा सकता था, लेकिन इतनी बड़ी रकम इस आफत काल कौन देगा. जो प्रत्याशी लड़ रहे हैं वो अपना और अपने समर्थकों का चुनाव खर्च देखें या के न्यूज को विज्ञापन देंगे. सोशल मीडिया का जमाना है इसलिए कोई और भी तैयार नहीं हो रहा है. प्रत्याशियों के लोग खुद ही लाइव, यूट्यूब और हर तरह का प्रचार कर रहे हैं.
इनपुट है कि जिन-जिन रिपोर्टर्स ने पांच लाख की रकम जुटा पाने में असमर्थता जताई है संस्थान द्वारा उनकी जगह दूसरे रिपोर्टर को रिप्लेस कर दिया गया है. इनमें बाराबंकी, फर्रूखाबाद समेत कई अन्य जिले शामिल हैं. जो पहले से काम कर रहा था उनकी खबरों को डाउन कर नए जोड़े गए लोगों और उनकी कबरों को तवज्जो दी जा रही है.
एक रिपोर्टर ने तो भड़ास को यहां तक बताया कि चैनल ने उसे पांच साल से तनख्वा के नाम पर एक रुपया भी नहीं दिया. उपर से इन्हें पैसा दो अलग.
कहा जा रहा है कि अगर इसी तरह की डग्गामारी रही तो मीडिया नाम की विषयवस्तु का पतन सड़कों पर पन्नी बीनता फिरेगा. वहीं, फर्रूखाबाद के रिपोर्टर ने अरुण अवस्थी को खरी-खोटी सुनाते हुए लंबा-चौड़ा मैसेज ग्रुप में ही पोस्ट कर दिया है, इसे आप नीचे देख सकते हैं.