राजस्थान के जयपुर जिले की सांगानेर पंचायत समिति की ग्राम पंचायत दांतली में सरपंच चुने गए युवा पत्रकार मनोज शर्मा ने पेपरलेस चुनाव लड़कर जीता है. जहां सरपंच के चुनाव में लोग पन्द्रह से बीच लाख रुपए खर्च कर देते हैं, मनोज ने वहीं चुनाव महज तीन हजार रुपए खर्च करके जीता है. भारतीय लोकतंत्र में ऐसी मिसाल इस जमाने में तो मिलना मुश्किल है. मनोज पेशे से पत्रकार हैं और जयपुर से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्र नेशनल दुनिया के नवोदित पत्रकार हैं. उनके पिता एलएल शर्मा भी वरिष्ठ पत्रकार हैं और दैनिक नवज्योति में मुख्य संवाददाता के पद पर कार्यरत हैं. एलएल शर्मा पिंकसिटी प्रेस क्लब के चार बार अध्यक्ष भी रहे हैं.
मनोज ने बताया कि उन्होंने घर-घर प्रचार किया. वे पैदल ही जनसम्पर्क करते थे. वे और उनके पिता दोनों जनसम्पर्क पर चलते थे और चाय-पान भी मतदाताओं के साथ ही करते थे. उन्होंने न तो इस चुनाव के दौरान अपना कोई लंगर चलाया और न ही गाडिय़ों का कोई काफिला लेकर चले. इतना ही क्षेत्र में मनोज का न तो कोई पोस्टर देखने को मिला और न ही कोई बैनर अथवा होर्डिंग. दांतली पंचायत के लोगों ने इसे बहुत पसन्द किया और मनोज को भारी मतों से विजयश्री दिलाई. सरपंच मनोज ने मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे और राज्य निर्चाचन आयोग के आयुक्त श्री रामलुभाया से भी मुलाकात की है.
वसुन्धरा राजे ने पेपरलैस चुनाव लड़ने और उसमें विजयश्री हासिल करने पर मनोज को बधाई दी है. मनोज और उनके पिता एलएल शर्मा ने बताया कि जब बतौर पत्रकार वे चुनाव प्रचार में पैसे की बर्बादी की मुखालफत करते हैं तो फिर अपने चुनाव में क्यों पैसा बर्बाद करते. गौरतलब है कि आज से चार साल पहले पिंकसिटी प्रेस क्लब जयपुर में भी पेपरलैस चुनाव कराने का फैसला भी एलएल शर्मा का ही था.