दैनिक जागरण महान अखबार है. यहां कभी मायावती के लिए गंदी गंदी गालियां छप जाया करती हैं तो कभी जिंदा लोगों को मरा घोषित कर दिया जाता है. ताजा मामला इलाहाबाद एडिशन का है. कल दैनिक जागरण इलाहाबाद में पेज नंबर नौ पर एक छोटी सी खबर छपी है जिसमें बताया गया है कि पूर्व मेयर चौधरी जितेंद्र नाथ सिंह के निधन के बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष निर्मल खत्री ने उनके घर पहुंचे और उन्होंने वहां शोक संतप्त परिवार को सांत्वाना दी.
अखबार में यह खबर पढ़कर चौधरी जितेंद्र नाथ सिंह के होश उड़ गए. लोग उनके मरने की खबर जब पढ़े तो उनके घर पहुंच गए लेकिन हवां देखा कि चौधरी साहब तो जिंदा हैं और जागरण को पानी पी पी कर कोस रहे हैं. पता चला कि चौधरी जितेंद्र नाथ सिंह की चाची जी का तेरह दिनों पहले निधन हुआ था और तेरहवीं में शामिल होने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष निर्मल खत्री आए थे. इस संबंध में कांग्रेसियों ने प्रेस रिलीज भेजी कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष निर्मल खत्री ने पूर्व मेयर चौधरी जितेंद्र नाथ सिंह की चाची जी के निधन पर तेरहवीं में शामिल होने उनके घर पहुंचे और शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी.
लेकिन इस प्रेस रिलीज को विद्वान दैनिक जागरण वालों ने कुछ ऐसा एडिट किया को चाची को गायब करके डायरेक्ट पूर्व मेयर साहब को ही मार डाला. कांग्रेस बेचारे हाय मार डाला हाय मार डाला कह कर भले अपना सिर धुनते रहें लेकिन दैनिक जागरण वाले तो अपना कर्म कर के आगे बढ़ चले हैं, कोई जिए मरे उनकी बला से.