एक बड़ी खबर ‘आईएएएनएस’ से आ रही है. IANS न्यूज़ एजेंसी है जिससे ख़बर तथा सूचना चैनल एवं अख़बार लिया करते हैं. आईएएनएस से रिलीज की गई एक खबर में प्रधानमंत्री के नाम के आगे ‘बकचोद’ लिख दिया गया. आईएएनएस की यह न्यूज फीड जब कई मीडिया हाउसेज तक पहुंची तो बवाल मच गया. समाचार …
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आपके पत्रकार ने मेरे खिलाफ खबर प्रकाशित करने से पूर्व मेरा पक्ष क्यों नहीं लिया?
सेवा में,
समूह संपादक महोदय,
राजस्थान पत्रिका
विषय- राजस्थान पत्रिका के पत्रकार द्वारा पेड न्यूज प्रकाशित करने व जबरन धमकाने बाबत्।
महोदय,
हिंदुस्तान और दैनिक जागरण अखबारों में गल्तियों की भरमार
बड़े अखबारों में गल्तियां छपने से लाखों पाठकों का जायका बिगड़ता है. हिंदुस्तान मेरठ संस्करण में पेज नंबर छह पर 28 अक्टूबर को गलत हेडिंग छप गई. इसी तरह दैनिक जागरण में गलत तथ्य छपे हैं. देखें दोनों अखबारों की कटिंग…
‘समाचार प्लस’ चैनल का दिवालियापन : अमित शाह की रैली में मुलायम सिंह यादव को पहुंचा दिया!
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड केंद्रित रीजनल न्यूज चैनल ‘समाचार प्लस’ की कोई क्रेडिबिल्टी नहीं रह गई है. यह ओछी और घटिया पत्रकारिता पर उतर आया है. ऐसी ऐसी खबरें यह चैनल दिखा रहा है कि लोग माथा पकड़ ले रहे हैं. इस चैनल ने अपने यहां लिख दिया कि अमित शाह की रैली में मुलायम सिंह यादव पहुंच गए. बताइए भला, क्या यह संभव है कि भाजपा नेता अमित शाह की रैली में सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव पहुंच जाएं?
हे कमाल खान जी, संविधान में ‘दफा’ नहीं होती बल्कि अनुच्छेद यानि Article होता है
Chandan Srivastava : अभी कैंटीन में देखा एनडीटीवी चैनल पर आ रहा था कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव राज्यपाल से मिलने पहुंचे जिसके बारे में विस्तृत जानकारी चैनल के पत्रकार कमाल खान लाइव दे रहे थे। उन्होंने बताया कि मिलने की वजह हाईकोर्ट का कल का आदेश हो सकता है जिसमें कहा गया है कि प्रदेश में क्यों न “दफा 156” के तहत राष्ट्रपति शासन की अनुशंसा कर दी जाए।
‘नवोदय टाइम्स’ का यह ब्लंडर सोशल मीडिया पर हुआ वायरल, लोगों ने खूब लिए मजे
दिल्ली से एक अखबार निकलता है, नवोदय टाइम्स. यह पंजाब केसरी वालों के खानदान के दूसरे धड़े का है. 11 जुलाई के अखबार में दिल्ली सरकार के पूर्व प्रिंसिपल सेक्रेटरी राजेंद्र कुमार से जुड़ी खबर में फोटो फिल्म अभिनेता स्वर्गीय राजेंद्र कुमार का लगा दिया गया है. इस गड़बड़ी को सोशल मीडिया पर लोगों ने चटखारे लेकर एक दूसरे के साथ शेयर किया. आप भी देखिए नवोदय टाइम्स का यह हाल….
वाह रे ‘आज’ : शशि शेखर ने क्या कहा और अखबार ने क्या छाप दिया!
वाराणसी। हिन्दुस्तान अखबार के प्रधान संपादक ने 27 अप्रैल को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सामाजिक विज्ञान संकाय में आयोजित एक कार्यक्रम में अपने उद्बोधन में राष्ट्रपति को ही दिवंगत बता दिया! ये मैं नहीं, बनारस में सबसे पुराने अखबार ‘आज’ में छपी रिपोर्टिंग तो यही कहती है. हैरत की बात तो यह है कि यह वही आज अखबार है, शशि शेखर ने जिस अखबार से अपने पत्रकारिता जीवन की शुरुआत की. इतना ही नहीं, लम्बे समय तक इस अखबार से जुड़े रहने वाले शशिशेखर आज अखबार के आगरा संस्करण के स्थानीय संपादक भी रहे।
लगभग सारे चैनल झूठी खबर परोसते रहे, भला हो अखबारों का जिनने ये झूठ नहीं छापा
: इलेक्ट्रानिक मीडिया को शर्म क्यों नहीं आती? : जल्द खबर देने और ब्रेकिंग न्यूज चलाने की अंधी होड मीडिया को सच से दूर कर रही है। ये बात छोटे और नये चैनलों की नहीं है। देश के प्रमुख टी.वी. चैनल भी झूठी और बेसिर-पैर की खबरें चलाने लगे हैं। इलेक्ट्रानिक मीडिया के सच से दूर होने और झूठी खबरें प्रसारित करने का एक बड़ा प्रमाण 21 अप्रैल को मिला। उत्तराखंड हाई कोर्ट की डिवीजन बैंच के आदेश के हवाले से देश के लगभग सभी न्यूज चैनल बड़े जोर शोर के साथ झूठी खबर चलाते रहे।
दैनिक जागरण ने इलाहाबाद के पूर्व मेयर चौधरी जितेंद्र नाथ सिंह को जीते जी मार दिया
दैनिक जागरण महान अखबार है. यहां कभी मायावती के लिए गंदी गंदी गालियां छप जाया करती हैं तो कभी जिंदा लोगों को मरा घोषित कर दिया जाता है. ताजा मामला इलाहाबाद एडिशन का है. कल दैनिक जागरण इलाहाबाद में पेज नंबर नौ पर एक छोटी सी खबर छपी है जिसमें बताया गया है कि पूर्व मेयर चौधरी जितेंद्र नाथ सिंह के निधन के बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष निर्मल खत्री ने उनके घर पहुंचे और उन्होंने वहां शोक संतप्त परिवार को सांत्वाना दी.
Blunder by HT : Mitali is not the only women gallantry awardee…
Dear Mr Singh,
Hope you doing well!
This mail is in regards to the misinterpretation of facts by HT which has defamed an army officer (Capt CR Leena) from being the first Indian lady to get a gallantry award in the Indian Army.
शर्मनाक : गायकी के उस्ताद अहमद हुसैन और मुहम्मद हुसैन को दैनिक जागरण ने पाकिस्तानी फ़नकार बताया!
शर्म से डूब मरने की बात है। हिंदी के सबसे बड़े अख़बार होने का दावा करने वाले दैनिक जागरण ने जयपुर की माटी में खिलकर, गायकी के उस्ताद बने अहमद हुसैन और मुहम्मद हुसैन को पाकिस्तानी फ़नकार बताया है। यह हाल है पराड़कर जी के शहर वाराणसी की पत्रकारिता का। नाक़ाबिले माफ़ी यह है ग़लती, क्योंकि सवाल किसी वर्तनीदोष या छपाई का नहीं है..इन उस्ताद भाइयों के परिचय में कुछ जोड़ा गया है यानी संपादनकला का परिचय दिया गया है…!
‘दैनिक भास्कर’ ने जिन्दा थानेदार को मार डाला!
हत्या बेलसर ओपी प्रभारी की हुई खबर छपी लालगंज थानाध्यक्ष की
अपने को देश का सबसे विश्वसनीय और नंबर-1 होने का दावा करने वाला ‘दैनिक भास्कर’ के पटना संस्करण ने पाठकों को अचंभित कर देने वाली एक खबर छापी है। 19 नवम्बर को प्रकाशित यह खबर भास्कर के पहले पन्ने पर सेकेंड लीड खबर है। बुधवार को वैशाली के लालगंज में उपद्रवियों के हमले में बेलसर के ओपी प्रभारी अजीत कुमार की हत्या कर दी गई थी पर ‘दैनिक भास्कर’ ने गुरुवार को अपने प्रकाशित खबर में जो हेडिंग ‘लालगंज के थानाध्यक्ष को उग्र भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला।’
आई नेक्स्ट अखबार ने मृतक को गवाही देने पहुंचा दिया कोर्ट!
आजकल आई नेक्स्ट आगरा में ख़बरों पर कोई गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है. खबरों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. तथ्यों में अभाव में खबरें हास्यास्पद साबित हो रही हैं. ऐसी ही एक खबर के कारण प्रेस काउंसिल आफ इंडिया से धिक्कार योग्य घोषित किए जा चुके एडिटोरियल हेड सचिन वासवानी की अकर्मण्यता की वजह से डेस्क का स्टाफ लापरवाह बना रहता है.
आईबीएन7 ने अमित शाह को उप राष्ट्रपति घोषित कर दिया!
हमारे हिंदी न्यूज चैनल जो न कर दिखाएं, वो कम है. आईबीएन7 न्यूज चैनल ने कल चैनल पर अमित शाह को उपराष्ट्रपति घोषित कर दिया. ऐसा चैनल की स्क्रीन पर चलने वाली पट्टी पर लिखाा हुआ आया जिसे एक सुधी दर्शक ने पकड़ लिया और मोबाइल से फोटो खींचकर भड़ास के पास भेज दिया. देखें आप भी उस तस्वीर को. नीचे की तस्वीर में बिलकुल नीचे लिखा हुआ है- ‘कार्यक्रम में उप राष्ट्रपति अमित शाह भी पहुंचे’.
Shame on you TOI its NIT (An Institute of National Importance), not NIIT
Since the time I remember, one thing that comes to my mind is the newspaper vendor flinging Times of India at the main gate of my house. I was an avid reader of prominent national daily, The Times of India. The exclusive coverage of issues of national importance always fascinated me. The idea of switching loyalty to any other national daily didn’t even cross my mind. I would have labelled that an exceedingly absurd thought. Today, in the hustle and bustle of college life, I somehow carve out time to login Times Of India on my laptop and go through the electronic version of it. It was my love for Times Of India that drove me crazy.
धन्य है अमर उजाला का ज्ञान : हाथापाई का अंग्रेजी अनुवाद ‘ब्लो जॉब’!
अमर उजाला ने इंग्लिश में लिखा- हिमाचल विधानसभा में ‘मुख मैथुन’. सोशल मीडिया पर उस वक्त हिंदी अखबार ‘अमर उजाला’ की जमकर फजीहत हुई, जब उसकी एक रिपोर्ट का इंग्लिश टाइटल अनर्थ करता दिखा। अंग्रेजी में टाइटल था- ‘Blow job in Himachal Vidhansabha’. लोग इस बात को लेकर मजे लेते नजर आए। गौरतलब है कि blow job का अर्थ ‘मुख मैथुन’ होता है। तो इस हिसाब से इस टाइटल का मतलब बना- हिमाचल विधानसभा में मुख मैथुन. shabdkosh.com पर blow job का अर्थ कोई भी देख सकता है।
थोड़ी अंग्रेजी भी पढ़ लिए होते भड़ासी… इन घसियारों को कौन लाया पत्रकारिता में…
Anuranjan Jha : थोड़ी अंग्रेजी भी पढ़ लिए होते भड़ासी… कुछ दिन पहले मुंबई में अर्णब गोस्वामी ने एक तेज गति Lamborghini कार की शिकायत झट से पुलिस से की और पुलिस ने तत्परता दिखाकर उस कार चालक को रोक लिया ….. इस खबर को एक भड़ासी वेबसाइट ने कुछ इस तरह छापा है – ”तेज गति कार चलाकर फंसे अर्णब गोस्वामी”.
वीके सिंह पर बड़ा सवाल पूछने वाला एबीपी न्यूज खुद सवालों के घेरे में घिरा
फेसबुक और ट्विटर पर एबीपी न्यूज की तरफ से एक बड़ा सवाल पूछा गया है. लेकिन जो सवाल है, वह खुद सवाल के घेरे में है. वजह है पूछे गए सवाल के वाक्य संरचना में गलती. एक छोटी-सी गलती के कारण अर्थ का अनर्थ हो रहा है. लोग मजे ले लेकर इसे शेयर कर रहे हैं. इस तरह एबीपी न्यूज ने जो सवाल पूछा, वह तो गौण हो गया. प्रमुख हो गया एबीपी न्यूज द्वारा की गई गलती.
अखबार के कुछ ऐसे शीर्षक जिनमें वर्तनी और व्याकरण की दृष्टि से अनेक ग़लतियां…
LN Shital : मित्रो, निम्नलिखित शीर्षक एक ही अखबार के कुछ ऐसे शीर्षक हैं, जिनमें वर्तनी और व्याकरण की दृष्टि से अनेक ग़लतियाँ हैं। यदि मेरे हिन्दी-प्रेमी मित्रों की इच्छा हो तो, मैं उन ग़लतियों को उजागर करने का प्रयास करूँ।
भारत की पहली महिला आईपीएस प्रकरण, ‘गूगल’ और खुद के ‘अल्प-ज्ञान’ पर शर्मिंदा हूं
: ‘गूगल’ भी हमारे ‘ज्ञान’ के रहम-ओ-करम पर हंसता-सिसकता है साहब! :
सवाल- भारत की पहली महिला आईपीएस कौन थी?
जबाब- ‘किरन बेदी’…..भारत सहित दुनिया भर में अबतक खिंचा चला आ रहा था…..
‘बिलकुल सही जबाब….’
लेकिन अब इस सवाल का सही जबाब ‘किरन बेदी’ गलत साबित होगा। सही जबाब होगा…मरहूम सुरजीत कौर।
हां, शर्मिंदा हूं मैं….
लखनऊ में भास्कर डिजिटल ने दिन भर चलाई गलत खबर, अज्ञानी भास्कर वालों ने ट्वीट को कोहली का बता दिया
लखनऊ।। भास्कर डिजिटल में हर दिन गलत खबर चलाने का नया कीर्तिमान बना रहा है। यहां खबर क्या होती है, यह तय करने वाले मुकेश कुमार उर्फ गजेंद्र अहम के शिकार हो गए हैं। वह अन्य छोटे पोर्टलों को दो कौड़ी का पोर्टल बताते हैं। भड़ास पर खबर देखकर भी नाक सिकोड़ने लगते हैं, लेकिन आजकल क्या हो रहा है, यह उनको दिखाई नहीं दे रहा है।
दूरदर्शन की नजर में अब भी प्रधानमंत्री के पद पर मनमोहन सिंह हैं (देखें वीडियो)
दूरदर्शन न्यूज वाले सुधरने का नाम नहीं ले रहे. अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारतीय दौरे के दौरान लाइव प्रसारण में दूरदर्शन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जगह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह बोल दिया गया. यह काम किसी और ने नहीं बल्कि यहां के वरिष्ठ एंकर अशोक श्रीवास्तव ने किया. सोशल मीडिया पर डीडी न्यूज की इस गलती का वीडियो वायरल हो चुका है.
डीडी न्यूज वालों की जय हो, अबकी मोदी बंदर कथा
डीडी न्यूज वाले लगातार गलती पर गलती करते जा रहे हैं. ताजा मामला भी ट्वीट से जुड़ा है. डीडी न्यूज की तरफ से ट्वीट किया गया- “A man dressed as Santa Claus feeds monkeys ahead of Christmas”. लेकिन इस कैप्शन के साथ जो तस्वीर लगाई गई उसमें नरेंद्र मोदी बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं और बैठक में Amit Shah, Arun Jaitley, Sushma Swaraj और Rajnath Singh हैं. लोग सोच में पड़ गए कि आखिर इस तस्वीर में क्या मोदी सांता हैं और बंदर बाकी लोग?
दैनिक भास्कर : राजस्थान में अखबार ने मृत्यु के शोक संदेश पर दे दी बधाई!
राजस्थान का सबसे बड़ा अखबार होने का दावा करने वाला दैनिक भास्कर अब भगवान भरोसे ही चल रहा है। अखबार के हर संस्करण में खबरों में तो खामियों की भरमार है ही, मगर अब तो विज्ञापनों में भी ये लोग कुछ भी छाप दे रहे हैं। ताजा मामला भास्कर के चितौड़गढ़ संस्करण का है जिसमें 11 दिसंबर को चितौड़गढ़ भास्कर में पेज नंबर 2 पर एक शोक संदेश का विज्ञापन छपा था।
जिंदल के चैनल ‘फोकस’ ने राहुल गांधी को बीजेपी उपाध्यक्ष घोषित किया
लाइव इंडिया नामक न्यूज चैनल अपने मालिक के घर के पार्टी फंक्शन को लाइव प्रसारित करने के कारण बदनाम है तो फोकस नामक चैनल नवीन जिंदल के निजी खेल, समारोह, चुनाव आदि को दिन भर लाइव दिखाने के लिए कुख्यात हो चुका है. इसी जिंदल के फोकस नामक चैनल ने अब तो राहुल गांधी को भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष घोषित कर दिया है. इतनी बड़ी गलती फोकस टीवी पर लाइव चली लेकिन किसी वरिष्ठ पत्रकार की नजर इस पर नहीं पड़ी.
टाइम्स आफ इंडिया के पत्रकारों का गणित ज्ञान कमजोर, मोदी के गुणगान में आंख मूंद छाप दे रहे हैं कुछ भी
Abhishek Srivastava : ये है टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर, जो वैसे तो कई अख़बारों में छपी है लेकिन जस यहां है तस कहीं नहीं है। खबर का शीर्षक देखें और पूरी खबर पढ़ें। इसके मुताबिक प्रधानजी बनारस में रोहनिया के जिस गांव को गोद लेने वाले हैं, उसने ‘450’ साल पहले औरंगज़ेब की फौज को हराकर भगा दिया था। औरंगज़ेब 1618 में पैदा हुआ था यानी आज से 396 साल पहले, लेकिन टाइम्स ऑफ इंडिया ने 450 साल पहले बनारस पर उसका हमला करवा दिया है।
‘प्रभात खबर’ ने लालू यादव को राबड़ी देवी और राबड़ी देवी को लालू यादव बना दिया!
प्रभात खबर का एक और कारनामा… इसने रातोंरात अपने अखबार में लालू यादव को राबड़ी देवी और राबड़ी देवी को लालू यादव घोषित कर दिया…. ऐसा विज्ञापन में किया गया है. न्यूट्रल पब्लिशिंग हाउस नामक कंपनी प्रभात खबर अखबार का प्रकाशन करती है. कभी ‘अखबार नहीं आंदोलन’ और आज के दिनों में ‘बिहार जागे…देश आगे’ स्लोगन देकर यह अखबार बेचा जाता है. इस हिन्दी दैनिक ‘प्रभात खबर’ के बिहार संस्करण में विज्ञापन के नाम पर एक और कारनामा सामने आया है. ‘प्रभात खबर’ के गया एडीशन में एक विज्ञापन छपा जो काफी चौकाने वाला है.
लीड खबर का शीर्षक गड़बड़ होने से पूरा अख़बार पिटा नज़र आने लगता है
भड़ास पर नवभारत टाइम्स मुंबई में दशहरा की तैयारी की फोटो खबर में बुराई पर अच्छाई की जीत की जगह अच्छाई पर बुराई की जीत की खबर पढ़ी।
ये चूक पत्रकार साथियों से अक्सर होती है। अभी तक के पत्रकारिता जीवन में मैंने कई बार इस तरह की गड़बड़ी देखी है। कुछ साल पहले अमर उजाला मेरठ में एक साथी से यह गलती हो गई थी। तब संपादक शशिशेखर जी थे। नवभारत टाइम्स की खबर में तो फोटो के साथ दी गई पंक्तियों में दशहरा से कुछ पहले यह गड़बड़ हुई है, लेकिन अमर उजाला में ठीक दशहरा के अगले दिन सुबह को जब लोगों ने अखबार खोला तो सिटी के पेज पर लीड खबर का शीर्षक लगा था- अच्छाई पर बुराई की विजय।