अमिताभ ठाकुर-
संविधान व कानून प्रदत्त अधिकारों का आम नागरिक के द्वारा वास्तविक उपयोग किये जा सकने में सहायक व सहयोगी बनने के लिए “अधिकार सेना” का गठन किया जा रहा है. “अपने अधिकार हक से मांगो” की सोच वाला यह संगठन जमीनी स्तर पर लोगों का साथी बनेगा. उत्साही साथी कृ व्हाट्सएप/यहाँ सम्पर्क करें.
“अपने अधिकार हक से मांगो” के प्रति विश्वास व समर्पण की भावना रखने वाले जो भी उत्साही साथी “अधिकार सेना” में शामिल होना चाहते हैं, वे कृ व्हाट्सएप/यहाँ सम्पर्क करें. यह सेना जमीनी स्तर पर हो रहे अन्याय के विरोध के साथ आगामी विधान सभा चुनाव में भी पूरी दमदारी से अपनी भूमिका निभाएगी।
तमाम साथी कहते हैं- जब आप व्यवस्था परिवर्तन की बात करते हैं तो घिसी-पिटी जगह की जगह समान विचार के लोगों के साथ एक नया जमीनी राजनैतिक संगठन बनाने पर विचार क्यों नहीं करते. इस दिशा में प्राथमिक प्रयास के रूप में “अधिकार सेना” सामने है. यदि सफल रहा तो हम आगे साथियों की राह चलेंगे .
“अधिकार सेना” का बुनियादी सिद्धांत- सारे अधिकार जनता के, पूरी व्यवस्था इसकी चाकर, अतः झुक कर नहीं,अपने अधिकार हक़ से मांगो.
हमें “अधिकार सेना” में सरकारी नौकरों को भगवान मानने वाले दब्बू लोग नहीं, सरकारी तंत्र को उसकी औकात में रख कर अपने क़ानूनी अधिकार छीनने वाले व दूसरों के क़ानूनी अधिकार दिलाने वाले ऐसे “दबंग” चाहिए, जिनके नाम से ही बेईमान अफसरों के पसीने छूटें.
“अधिकार सेना” हेतु कई साथियों ने मेरे व्हाट्सएप नं 9415534526 पर अपनी इच्छा जताई. शुरुआत कर एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया है. इस सेना का उद्देश्य जमीनी स्तर पर जा कर आम जन को उनके संवैधानिक अधिकार दिलाने व अपनी संविधान प्रदत्त ताकत समझने में सहायक होना है. इच्छुक साथी व्हाट्सएप करे।
“अधिकार सेना” का यह मानना है कि संविधान ने सारे अधिकार “हम भारत के लोग” को दिए व हमारी देखभाल के लिए कुछ पोलिटिकल व प्रशासनिक पद बनाये, किन्तु वे पदधारक खुद को राजा मान बैठे. यह सेना आम जन की उसी ताकत की बात करती है. इस कार्य हेतु इच्छुक साथी व्हाट्सएप नं 9415534526 पर अवगत कराएँ।
अधिकार सेना को तमाम आशाओं से कहीं अधिक पॉजिटिव रेस्पोंस मिला, जिससे न सिर्फ अपने कार्यों के प्रति विश्वास में भारी बढ़ोत्तरी हुई है, बल्कि इस सेना के साथियों के साथ मिलकर पूरी ईमानदारी व निष्ठा से लोकहित में कार्य करने का बड़ा भार भी आ गया है. अभी हम प्राथमिक व्यवस्था में लगे हैं.
“अधिकार सेना” का गठन मेरे 6 साल पुराने कम फोन के लिए काल साबित हुआ क्योंकि इस दौरान इतनी अधिक संख्या में मेसेज आये कि फोन बहुत स्लो हो गया. मजबूरन 30,000 में अधिक GB का फोन लिया है.
मेरे अनुरोध पर अधिकार सेना को मिले समर्थन से मुझे यह स्पष्ट हो गया है कि तमाम लोग मुझसे सामाजिक व शायद राजनैतिक जीवन में अन्दर तक घुस कर व्यवस्था परिवर्तन में योगदान की अपेक्षा रखते हैं व मुझे “एकला चलो” के स्थान पर समूहगत रूप में सामाजिक व राजनीतक काम करना ही होगा.
जहाँ तमाम बेईमान व भ्रष्ट लोग पार्टियों में घुस-घुस कर सत्ता हथिया कर जनता की गाढ़ी कमाई लूट रहे हैं, वहीँ अगर हम हाशिये पर बैठे इन्हें चुपचाप यह सब करने देंगे तो यह भी कोई कम बड़ा अपराध नहीं होगा. ईमानदार लोगों को भारी संख्या में राजनीति में आ कर इन लुटेरों को हटाना ही होगा.
तमाम भुक्तभोगी साथियों ने राय दी कि अधिकार सेना को न्यायिक भ्रष्टाचार पर भी काम करना चाहिए क्योंकि यह अब एक बहुत गंभीर व बड़ा मुद्दा हो गया है पर कई बार “कंटेम्प्ट” के भय से लोग इसकी शिकायत तक नहीं करते हैं. हम इससे पूरी तरह सहमत हैं व अधिकार सेना कानून के अधीन इसपर भी काम करेगी.
अपने अनुभवों से कहता हूँ कि न्यायिक व्यवस्था में सब कुछ ठीक नहीं. कई जज/मजिस्ट्रेट का कोर्ट में नहीं बैठना, देर से बैठना, बैठते उठ जाना, कोर्ट में आर्डर नहीं सुनाना, अभिलेखों का घटिया रखरखाव, तारीख पर तारीख व बईमानी भी. अधिकार सेना के अनुसार इन मुद्दों पर चर्चा का समय आ गया है.
अधिकार सेना का लोगो (अधिकार सेना: Fight for Rights) सौजन्य से – परवेज़ अहमद खान, उचहरिया, सिद्धार्थनगर
लोगो के बाद वेबसाइट. गाजियाबाद के आईटी क्षेत्र के साथी दिवाकर भाई @_thewittyone ने खुद ऑफर देकर अधिकार सेना का वेबसाइट https://t.co/R6nJnRETEI बुक कर दिया व उसे बना रहे हैं, जो जल्द कार्यरत हो जायेगा व उसपर ऑनलाइन मेम्बरशिप हो सकेगी. People’s Power! अधिकार सेना की जय।
साथियों द्वारा “अधिकार सेना” का ह्रदय से किये गये स्वागत से मुझमे भी एक नया उत्साह सृजित हुआ है. व्हाट्सएप ग्रुप छोटे हो जा रहे हैं. नया फोन आ गया है, टेलीग्राम डाउनलोड कर हम शीघ्र उस पर ग्रुप बनायेंगे. सेना के साथियों को आम जन के अधिकारों के प्रति यथासंभव सहयोग का अनुरोध है.
मथुरा के अधिकार सेना के साथी विक्रांत पाण्डेय @veteranvikrant ने अधिकार सेना का Telegram Group https://t.co/4WY4UGgX12 बनाया है. साथियों से अनुरोध है कि अधिकाधिक संख्या में उस ग्रुप से जुड़ें. पूर्व में बने व्हाट्सएप ग्रुप अभी यथावत बने रहेंगे.
सड़ी गली व्यवस्था के ख़िलाफ़ लगातार आवाज़ उठाने वाले यूपी के पूर्व ips अधिकारी अमिताभ ठाकुर की Fb वॉल पर प्रकाशित कुछ पोस्ट्स का संकलन.
Sarvan singh
November 12, 2022 at 9:07 pm
Ye bahut achchi pahal h bt ye Sangthan majboot hona chahiye