अशोक दास ने कम उम्र में कई पड़ाव पार कर लिए हैं. आईआईएमसी से पत्रकारिता की डिग्री लेने के बाद अमर उजाला अलीगढ़ में नौकरी की. उसके बाद एक लंबी पद यात्रा. फिर भड़ास4मीडिया के साथ. इसके बाद दलितमत डाट काम नाम से वेबसाइट. दलित दस्तक नाम से पत्रिका की लांचिंग. अब अशोक दास नेशनल दस्तक नाम से एक वेब न्यूज चैनल लांच करने जा रहे हैं, 20 दिसंबर को. आप सभी आमंत्रित हैं. 20 दिसंबर को दिन में दो बजे, FCCI आडिटोरियम. लांचिंग समारोह में रवीश कुमार, मुनव्वर राणा, स्टालिन समेत ढेर सारे जाने-माने लोग शिरकत करेंगे.
अशोक दास आज देश के हाशिए पर जी रहे लोगों की मीडिया में आवाज बन चुके हैं. दलित दस्तक मैग्जीन पूरे देश में बिकती है और दलितों समेत एकेडमिक लोगों के बीच बेहद हिट है. नेशनल दस्तक वेब न्यूज चैनल के जरिए वह देश भर के उन लोगों की आवाज को मंच प्रदान करेंगे जिन्हें कारपोरेट मीडिया और कथित मुख्यधारा की मीडिया अपनी टीआरपीबाजी व धंधेबाजी के कारण साइडलाइन करता रहा है. नेशनल दस्तक की लांचिंग के ठीक पहले भड़ास के एडिटर यशवंत सिंह ने नेशनल दस्तक वेब न्यूज चैनल के आफिस और स्टूडियो का जायजा लिया. साथ ही कई पुरस्कारों से सम्मानित हो चुके संपादक अशोक दास का विस्तार से इंटरव्यू किया. पूरा इंटरव्यू सुनने देखने के लिए नीचे क्लिक करें..
Comments on “वेब न्यूज चैनल लांच करने जा रहे संपादक अशोक दास का इंटरव्यू”
Mene stoline ki speech ko suna. Aur mujhe bahut accha laga. Ki nitional dastak bahut accha munch he .
me E-4 & 5, sector 59, noida – UP , smiil motersion ka imploy hoo. aur me iti khicripur delhi-110091 se hair keye gaye 15-20 passout studens se 3yers ka bond sigine karwaya gaya (jan 2013 – jan 2016 in 6200 rupees per month sellari ) lekin na hi sarto ke anoosar degingnesion diya aur bond pura hone par bhi assitent opretior me hi rakha he. Aur hame mecanical line ka koi kaam na dekar CD depart me assembli me rakha gaya he. Jisse hamara bhavisya kharaab ho raha he. Mene akele iss viseya par HR me aplication lagai lekin iss par koi sunvaai nahi ho rahi he. Aur akele ladahi me hone ke naate compeny ke hathkandho se dar lagta he kyoki yaha na hi union banne diya jaata he aur na hei sangathan.